मनीमाजरा की गलियों में बेखौफ घूम रहे आवारा पशु, जिम्मेदार मौन
मनीमाजरा की गलियों में आवारा पशु इस कदर बेलगाम हो चुके हैं कि अब यह समस्या आम जनजीवन को सीधे प्रभावित कर रही है। कभी सड़कों पर जाम, कभी दुर्घटनाएं और हर गली में गोबर के ढेर यह अब यहां की दिनचर्या बन गई है। मगर, प्रशासन अब भी खामोश है।
स्थानीय समाजसेवी और भाजपा नेता रामेश्वर गिरी ने बताया कि पिछले कुछ वर्षों में इंदिरा कॉलोनी, पिपली वाला टाउन और मुख्य मनीमाजरा क्षेत्र में आवारा पशुओं की संख्या तेजी से बढ़ी है। ये न सिर्फ राहगीरों
को नुकसान पहुंचा रहे हैं, बल्कि बीमारियों का खतरा भी बढ़ा रहे हैं। उन्होंने याद दिलाया कि दो दशक पहले इन पशुओं को हटाकर मलोया भेजने की कार्रवाई हुई थी, लेकिन आज भी सैकड़ों पशु खुलेआम सड़कों पर घूमते नजर आते हैं।
कई बार रात में वाहन टकरा चुके हैं, लोग घायल हुए हैं, लेकिन संबंधित अधिकारियों ने अब तक कोई सख्त कदम नहीं उठाया। स्थानीय लोगों का आरोप है कि कई घरों में गाय-भैंसें पालकर उनके गोबर को सीधे सीवर में बहा दिया जाता है, जिससे सीवरेज लाइनें अक्सर जाम रहती हैं। इससे गंदगी और बदबू का माहौल बनता है।
इंदिरा कालोनी के हालात गंभीर
इंदिरा कॉलोनी में तो हालात और भी गंभीर हैं। यहां कई लोगों ने सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा कर जानवर बांध रखे हैं। ये लोग दूध निकालने के बाद पशुओं को खुला छोड़ देते हैं, जो रात में लोगों के घरों तक घुस जाते हैं और सामान नुकसान पहुंचाते हैं। गिरी और अन्य निवासियों ने बताया कि उन्होंने कई बार म्युनिसिपल निगम, एस्टेट ऑफिस, गौशाला प्रशासन और अन्य विभागों से शिकायत की है, लेकिन हर बार सिर्फ आश्वासन ही मिले। इस विकराल होती समस्या के स्थायी समाधान की मांग की है।