चंडीगढ़, 15 मई (ट्रिन्यू)
पंजाब विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राज कुमार के मार्गदर्शन और प्रो. जगतार सिंह की देखरेख में गर्ल्स हॉस्टल नंबर 6 की गार्डन कमेटी द्वारा ‘ऑर्गेनिक गार्डनिंग : प्रैक्टिस एंड चैलेंजेस’ नामक एक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया था। डीएसडब्ल्यू (वूमेन) प्रो. मीना शर्मा और एसोसिएट डीन प्रो. अशोक कुमार ने व्याख्यान का उद्देश्य जैविक बागवानी के लाभों पर चर्चा करना और पृथ्वी को स्वच्छ और हरा-भरा बनाना बताया। छात्रावास की रहने वाली आभा बंसल ने जैविक बागवानी का महत्व बताया। एक अन्य रहवासी तितीक्षवी ने वक्ता प्रो. एमसी सिद्धू का परिचय कराया। गर्ल्स हॉस्टल नंबर 6 की वार्डन डॉ मनीषा शर्मा ने प्रो. सिद्धू और प्रतिभागियों का स्वागत किया।
प्रो. एमसी सिद्धू के अनुसार फसल उत्पादन बढ़ाने के लिए रासायनिक उर्वरकों, कीटनाशकों, जड़ी-बूटियों आदि के उपयोग को अपनाया गया ताकि बढ़ती आबादी की आवश्यकताओं को पूरा किया जा सके। कृषि पद्धतियों में इन रसायनों के उपयोग ने मानव स्वास्थ्य, मिट्टी के बायोटा, मिट्टी की संरचना और अन्य बिना लक्ष्य वाले जीवों को प्रभावित किया है। उन्होंने जोर देकर कहा कि जैविक बागवानी/खेती एक स्वास्थ्य टॉनिक साबित हो सकती है लेकिन बढ़ी हुई मांग को पूरा करने में सक्षम नहीं हो सकती है। प्रो. सिद्धू, डॉ. मनीषा शर्मा ने छात्रावास के रहवासियों के साथ किचन गार्डन का दौरा किया और धनिया, भिंडी के बीज बोए और मिर्च लगाई। अंत में डॉ मनीषा शर्मा ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए छात्रों से प्रकृति के अनुकूल खेती के लिए किसानों के बीच जागरूकता लाने का आग्रह किया।