पार्षद सुमन शर्मा के नेतृत्व में प्रशासन के खिलाफ की नारेबाजी
रिहेबिलिटेशन कॉलोनी को लेकर चार सदस्यीय कमेटी की रिपोर्ट पर बवाल
चंडीगढ़ में रिहेबिलिटेशन कॉलोनियों से जुड़े मुद्दे को लेकर मंगलवार को मनीमाजरा स्थित इंदिरा कॉलोनी में लोगों ने प्रशासन के खिलाफ ज़ोरदार नारेबाजी की। बड़ी संख्या में स्थानीय निवासियों ने एकत्र होकर कहा कि वे किसी भी कीमत पर अपने घरों से बेदखल नहीं होंगे और प्रशासन के किसी भी कदम का डटकर मुकाबला करेंगे। प्रदर्शन की अगुवाई वार्ड नंबर-4 की पार्षद सुमन शर्मा ने की। विरोध प्रदर्शन के दौरान लोगों ने चेतावनी दी कि यदि रिपोर्ट को लागू करने की दिशा में प्रशासन ने कोई कदम बढ़ाया, तो शहरभर में बड़े पैमाने पर आंदोलन खड़ा किया जाएगा। पार्षद सुमन शर्मा ने साफ कहा कि वह अपने वार्ड ही नहीं, बल्कि पूरे शहर के साथ खड़ी हैं। अगर प्रशासन किसी भी कॉलोनी में जबरन कार्रवाई करने की कोशिश करता है, तो वह सड़कों पर उतरकर बड़े स्तर पर धरना-प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा कि जनता और राजनीतिक दलों ने भी संकेत दिए हैं कि आने वाले दिनों में इस रिपोर्ट के खिलाफ चंडीगढ़ में व्यापक विरोध देखने को मिल सकता है।
पार्षद सुमन शर्मा का कहना है कि दशकों से रिहेबिलिटेशन कॉलोनियों में रहने वाले हजारों परिवारों के सामने अचानक नए नियम लागू करना न केवल अनुचित है, बल्कि उनकी आजीविका, स्थिरता और भावनात्मक जुड़ाव पर भी सीधा प्रहार है। उन्होंने कहा कि इस रिपोर्ट के लागू होने से परिवारों की छत छिनने का खतरा पैदा हो जाएगा। बच्चों को अब अपने बाप-दादा के मकानों पर रहने का अधिकार नहीं मिलेगा। प्रशासन मार्केट रेट के हिसाब से किराया वसूलेगा, जिससे गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों की कमर टूट जाएगी। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन बिना जमीनी हकीकत को समझे, ऐसे नियम लागू करने की कोशिश कर रहा है जो हजारों लोगों को परेशानी में धकेल देगा।

