सिरमौर त्रासदी : आधी रात पहाड़ी खिसकी, महिला की सांसें थमीं
सिरमौर की शांत वादियां रविवार की आधी रात चीख-पुकार से गूंज उठीं, जब नौहराधार तहसील के चौरास गांव में अचानक पहाड़ी खिसक गई। तेज बारिश के बीच हुआ यह भूस्खलन इतना भयावह था कि एक कच्चा मकान और उसके साथ बनी गौशाला पूरी तरह मलबे में समा गई। इसी मलबे में दबकर 38 वर्षीय शीला देवी की दर्दनाक मौत हो गई।
पति और बच्चे की जान बची, महिला की मौत
हादसे के वक्त घर में शीला देवी अपने पति और छोटे बच्चे के साथ थीं। खतरे को भांपते ही पति ने बच्चे को गोद में उठाकर बाहर भागने में कामयाबी पा ली। शीला देवी भी निकलने ही वाली थीं कि तभी पहाड़ी से गिरी विशाल चट्टानों ने उन्हें अपनी चपेट में ले लिया। ग्रामीणों ने प्रशासन की मदद से शीला देवी को निकालने की कोशिश की, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
एसडीएम संगड़ाह सुनील कायथ ने बताया कि मृतका के परिजनों को तत्काल राहत के रूप में 25 हजार रुपये प्रदान किए गए हैं।
मूसलाधार बारिश से सिरमौर बेहाल
जिला सिरमौर में बीते 24 घंटे की मूसलाधार बारिश ने जनजीवन अस्तव्यस्त कर दिया। भारी भूस्खलन से 171 सड़कें बंद हो गईं, जिससे कई गांवों का संपर्क कट गया। 40 से अधिक बसें घंटों फंसी रहीं। बारिश से लोक निर्माण विभाग को 9.81 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। बिजली आपूर्ति भी बुरी तरह प्रभावित हुई है। जिले में 691 ट्रांसफार्मर ठप पड़ गए, जिनमें से राजगढ़ में 625 और पांवटा साहिब में 66 शामिल हैं। जलशक्ति विभाग की 89 पेयजल योजनाएं भी क्षतिग्रस्त होने से कई इलाकों में पानी संकट खड़ा हो गया है।