रोबोटिक सर्जरी से दर्दभरी ज़िंदगी को मिली राहत, महिला फिर जीने लगी सामान्य जीव
चंडीगढ़, 20 मई (ट्रिन्यू)
लगातार दो साल तक हर महीने असहनीय पेल्विक दर्द, उलझन और डर। हर डॉक्टर ने कहा – ओपन सर्जरी करानी होगी। लेकिन फोर्टिस हॉस्पिटल मोहाली में एडवांस्ड रोबोटिक तकनीक ने इस दर्द से जूझ रही 41 वर्षीय महिला को राहत की सांस दी – और एक बार फिर सामान्य जीवन की ओर लौटा दिया।
महिला को एंडोमेट्रियोसिस नामक बीमारी थी – एक ऐसी स्थिति जिसमें गर्भाशय जैसी कोशिकाएं शरीर के अन्य भागों (जैसे आंतें, ओवरी, पेल्विक वॉल) में उग आती हैं।
जांच में उनके शरीर में 15×12 सेमी का ट्यूबो-ओवरीयन मास पाया गया, जो आंतों और पेट की दीवार से चिपका हुआ था। कई डॉक्टरों ने इसे ‘जटिल मामला’ करार देते हुए ओपन सर्जरी की सलाह दी थी।
लेकिन फोर्टिस मोहाली की गायनेकोलॉजी एक्सपर्ट डॉ. दिव्या अवस्थी ने रोबोट-असिस्टेड तकनीक से इस चुनौती को स्वीकारा। अत्याधुनिक da Vinci Xi रोबोटिक सिस्टम की मदद से बेहद सटीकता और कम इनवेसिव प्रक्रिया के जरिए सफल सर्जरी की गई।
सिर्फ 12 घंटे के भीतर महिला चलने-फिरने लगीं और तीसरे दिन उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।
आज वे बिना किसी दर्द के स्वस्थ जीवन जी रही हैं। डॉ. दिव्या अवस्थी ने बताया कि एंडोमेट्रियोसिस से पीड़ित कई महिलाएं वर्षों तक दर्द सहती हैं। यह जानलेवा नहीं है, लेकिन मानसिक और शारीरिक रूप से तोड़ देने वाली स्थिति बन जाती है। इस तरह की रोबोटिक सर्जरी से न सिर्फ मरीज को दर्द से राहत मिलती है, बल्कि जल्दी रिकवरी भी होती है।”
एंडोमेट्रियोसिस क्या है?
गर्भाशय की परत जैसी कोशिकाएं गलत जगह विकसित हो जाती हैं
आम लक्षण: तीव्र मासिक दर्द, अनियमित पीरियड्स, बांझपन
भारत में लाखों महिलाएं इससे प्रभावित हैं, पर सही निदान और इलाज अक्सर देर से होता है
रोबोटिक सर्जरी के लाभ
मिनिमली इनवेसिव (बिना बड़ा चीरा)
कम रक्तस्राव और दर्द
तेज़ रिकवरी
अधिक सटीकता
संक्रमण का कम खतरा