RIP IPS Y Puran Kumar : पंचत्तव में विलीन हुए IPS वाई. पूरन कुमार, दोनों बेटियों ने दी मुखाग्नि
IPS Y Puran Kumar: IPS वाई. पूरन कुमार के परिवार की सहमति के बाद PGI चंडीगढ़ में पोस्टमार्टम
IPS Y Puran Kumar: आठ दिन के गतिरोध के बाद आखिरकार आईपीएस अधिकारी वाई. पूरन कुमार का अंतिम संस्कार हो गया है। उनकी दोनों बेटियों ने उन्हें मुखाग्नि दी। आईपीएस वाई पूरन सिंह पंचतत्व में विलिन होकर इस दुनिया क हमेशा के लिए अलविदा कह गए हैं।
उनके परिवार ने उनका पोस्टमार्टम करवाने के लिए सहमति दे दी है। अधिकारी का पोस्टमार्टम पीजीआई, चंडीगढ़ में किया जा रहा है। पीजीआई में इसके मद्देनजर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार आज शाम 4 बजे किया जाएगा।
हरियाणा कैडर के आईपीएस अधिकारी वाई. पूरन कुमार ने 7 अक्टूबर को चंडीगढ़ स्थित अपने आवास पर आत्महत्या कर ली थी। उन्होंने अपने सुसाइड नोट में हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत कपूर और रोहतक के एसपी पर गंभीर आरोप लगाए थे। परिवार ने दोनों अधिकारियों के खिलाफ केस दर्ज करने और उन्हें पद से हटाने की मांग की थी।
इस बीच राज्य सरकार ने डीजीपी शत्रुजीत कपूर को छुट्टी पर भेज दिया है और उनके स्थान पर ओ.पी. सिंह को डीजीपी का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।
कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने हाल ही में चंडीगढ़ पहुंचकर दिवंगत अधिकारी की पत्नी और आईएएस अधिकारी अमनीत पी. कुमार व परिजनों से मुलाकात की थी। उन्होंने शोक संवेदना व्यक्त करते हुए हरियाणा की भाजपा सरकार से ‘ड्रामा छोड़कर’ परिवार को न्याय दिलाने की मांग की थी।
पत्नी बोलीं- हरियाणा सरकार और यूटी पुलिस से मिले भरोसे के बाद लिया फैसला
चंडीगढ़ में आत्महत्या करने वाले आईपीएस अधिकारी वाई. पूरन कुमार की पत्नी और आईएएस अधिकारी अमनीत पी. कुमार ने पोस्टमार्टम के लिए औपचारिक सहमति दे दी है। उन्होंने यह निर्णय चंडीगढ़ पुलिस द्वारा निष्पक्ष जांच के आश्वासन और हरियाणा सरकार द्वारा दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के वादे के बाद लिया है।
अमनीत पी. कुमार ने अपने लिखित बयान में कहा, “यू.टी. पुलिस की ओर से निष्पक्ष, पारदर्शी जांच के आश्वासन तथा हरियाणा सरकार द्वारा किसी भी दोषी अधिकारी के खिलाफ कानून के तहत उचित कार्रवाई के संकल्प को देखते हुए मैंने स्वर्गीय श्री वाई. पूरन कुमार, आईपीएस का पोस्टमार्टम करवाने की सहमति दी है।”
उन्होंने कहा कि साक्ष्य के रूप में समय पर पोस्टमार्टम का महत्व देखते हुए और न्याय के हित में, यह प्रक्रिया नियमित प्रक्रिया के अनुसार डॉक्टरों के बोर्ड द्वारा, मजिस्ट्रेट की निगरानी में, बैलिस्टिक विशेषज्ञ की मौजूदगी में और पूरी वीडियोग्राफी के साथ कराई जाएगी, ताकि पूरी पारदर्शिता बनी रहे।
अमनीत ने कहा, “मुझे न्यायपालिका और पुलिस प्रशासन पर पूर्ण विश्वास है। मुझे उम्मीद है कि जांच पेशेवर, निष्पक्ष और समयबद्ध तरीके से पूरी की जाएगी ताकि सच्चाई कानून के अनुसार सामने आ सके। मैं जांच टीम को पूर्ण सहयोग देती रहूंगी ताकि प्रक्रिया शीघ्रता से आगे बढ़े और न्याय मिल सके।”
उन्होंने अपील की कि चल रही जांच की संवेदनशीलता को देखते हुए इस समय कोई और सार्वजनिक बयान जारी नहीं किया जाएगा और मीडिया से आग्रह किया कि इस मामले की गंभीरता और संवेदनशीलता का सम्मान करें।