शोध में बार्क क्रिकेट्स की नई प्रजाति ‘अजारेटा’ की खोज
पंजाब विश्वविद्यालय के प्राणीशास्त्र विभाग की सहायक प्रोफेसर डॉ. रंजना जैस्वारा के नेतृत्व में शोधकर्ताओं की टीम ने भारतीय उपमहाद्वीप से बार्क क्रिकेट्स (छाल के नीचे रहने वाले झींगुर) की एक नई जाति -अजारेटा की खोज की है। यह अध्ययन वर्ष 2025 में नीदरलैंड्स स्थित अंतरराष्ट्रीय शोध पत्रिका इनसेक्ट सिस्टमैटिक्स एंड इवोल्यूशन में प्रकाशित हुआ है। इस नई जाति के अंतर्गत तीन नई प्रजातियां पाई गई हैं - अजारेटा सैरंध्रिएन्सिस, अजारेटा केर्वासे और अजारेटा मेरिडियोनालिस। यह खोज भारत और फ्रांस के बीच दीर्घकालिक इंडो-फ्रेंच परियोजना और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (भारत सरकार) के सहयोग से संभव हुई। इस अनुसंधान में प्रो. लॉर डेसटर-ग्रैंडकोलास , डॉ. धनीश भास्कर, मोनाल , लियो फेबेरॉन और आनंद सेबेस्टियन शामिल रहे।
ये क्रिकेट्स प्रजातियां पेड़ों की छाल के नीचे पाई जाती हैं और अत्यंत संकरे स्थानों में रहने के लिए इनके शरीर चपटे होते हैं। इनका भूरा चमकीला रंग और छोटे पंख इन्हें अन्य झींगुर प्रजातियों से अलग बनाते हैं। नई प्रजाति अजारेटा सैरंध्रिएन्सिस की खोज केरल के साइलेंट वैली नेशनल पार्क में हुई है, जो अपने 'निशब्द वन' के नाम से प्रसिद्ध है। डॉ. रंजना जैस्वारा ने बताया कि अजारेटा जाति भारतीय जैव विविधता के संरक्षण और पर्यावरणीय बदलावों के अध्ययन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।
