Tribune
PT
Subscribe To Print Edition About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

ट्राईसिटी के बच्चों के लिए राहत की पहल : सोहाना आई हॉस्पिटल में शुरू हुआ पहला मायोपिया मैनेजमेंट क्लिनिक

सोहाना आई हॉस्पिटल, मोहाली ने बच्चों की नज़रों की सुरक्षा के लिए एक अहम कदम उठाते हुए ट्राईसिटी का पहला ‘मायोपिया मैनेजमेंट क्लिनिक’ शुरू किया है। यह क्लिनिक बच्चों और किशोरों में तेजी से बढ़ रहे नज़दीकी दृष्टि दोष (मायोपिया)...

  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
featured-img featured-img
मोहाली स्थित सोहाना आई हॉस्पिटल में ट्राईसिटी के पहले मायोपिया मैनेजमेंट क्लिनिक का शुभारंभ करते ट्रस्ट सदस्य। -निस
Advertisement
सोहाना आई हॉस्पिटल, मोहाली ने बच्चों की नज़रों की सुरक्षा के लिए एक अहम कदम उठाते हुए ट्राईसिटी का पहला ‘मायोपिया मैनेजमेंट क्लिनिक’ शुरू किया है। यह क्लिनिक बच्चों और किशोरों में तेजी से बढ़ रहे नज़दीकी दृष्टि दोष (मायोपिया) को नियंत्रित करने के उद्देश्य से स्थापित किया गया है।

अस्पताल के प्रवक्ता के अनुसार, 25 लाख से अधिक सफल सर्जरी और 200 से अधिक विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम के साथ सोहाना हॉस्पिटल उत्तरी भारत में नेत्र चिकित्सा का अग्रणी केंद्र है। कोविड-19 महामारी के बाद बढ़े स्क्रीन टाइम के चलते बच्चों में मायोपिया के मामले चिंताजनक स्तर तक बढ़ गए हैं। यह क्लिनिक केवल चश्मे का नंबर बदलने तक सीमित नहीं, बल्कि नंबर को बढ़ने से रोकने की आधुनिक चिकित्सा सुविधा प्रदान करेगा।

Advertisement

सीओओ और सीनियर आई सर्जन डॉ. अमनप्रीत कौर ने बताया कि मायोपिया अब सामान्य समस्या नहीं रही, बल्कि दीर्घकालिक नेत्र जोखिम बन चुकी है। इस स्थिति से निपटने के लिए अस्पताल में अत्याधुनिक तकनीक, प्रशिक्षित थेरेपिस्ट और अनुभवी विशेषज्ञों की टीम तैयार की गई है। ट्रस्ट के सचिव गुरमीत सिंह ने बताया कि यह विशेष क्लिनिक हर मंगलवार, गुरुवार और शुक्रवार को दोपहर 3 से 5 बजे तक खुला रहेगा।

Advertisement

Advertisement
×