चंडीगढ़, 20 दिसंबर (ट्रिन्यू)
एबीवीपी ने आज पंजाब विश्वविद्यालय के कुलपति को ज्ञापन सौंपकर खारिज किये गए पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप आवेदनों पर फिर विचार करने का आग्रह किया है। पंजाब विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के छात्रों ने फरवरी 2021 में पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति (वर्ष 2020-21) के लिए आवेदन किया था। अब पंजाब विश्वविद्यालय प्रशासन ने अस्वीकृत छात्रवृत्ति फॉर्म सूची जारी की है, जिसमें पीयू के अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के कई विद्यार्थियों का नाम है, जिन्होंने पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति के लिए आवेदन किया था।
इन छात्रों को अनुसूचित जाति/जनजाति कोटे के तहत प्रवेश मिला है। विद्यार्थियों ने अपने विभाग से संबंधित शिक्षकों को पहले वर्ष में ही सभी आवश्यक दस्तावेज सौंप दिए थे। लगभग एक साल बाद उन्हें पता चला कि उनका आय प्रमाण-पत्र जमा न करने के कारण छात्रवृत्ति का आवेदन खारिज कर दिया गया है। एबीवीपी का कहना है कि जिन आवेदकों की छात्रवृत्ति खारिज की गई है, उनके परिवार की वित्तीय स्थिति बहुत कमजोर है। पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति, जो लगभग 75 प्रतिशत फीस कवर करती है, दे दी जाये वरना इसके अभाव में पढ़ाई बीच में छोड़नी पड़ सकती है। एबीवीपी की मांग है कि इन आवेदनों पर फिर से विचार किया जाए।