Ramleela श्रवण कुमार प्रसंग से शुरू हुई सेक्टर-46 की रामलीला, दर्शक हुए भावविभोर
श्री बद्री केदार रामलीला कमेटी की ओर से सेक्टर-46 में सोमवार रात रामलीला का आगाज़ परंपरागत गरिमा के साथ हुआ। श्री सनातन धर्म मंदिर, सेक्टर-46 के प्रधान जितेंद्र भाटिया ने दीप प्रज्वलित कर मंचन की शुरुआत की। मंच पर पदाधिकारी...
श्री बद्री केदार रामलीला कमेटी की ओर से सेक्टर-46 में सोमवार रात रामलीला का आगाज़ परंपरागत गरिमा के साथ हुआ। श्री सनातन धर्म मंदिर, सेक्टर-46 के प्रधान जितेंद्र भाटिया ने दीप प्रज्वलित कर मंचन की शुरुआत की। मंच पर पदाधिकारी सुशील सोबत, डीडी शर्मा, आरके जोशी, जोली, त्रिखा आचार्य, पंडित गोपाल शुक्ला और आचार्य शैलेंद्र गोदियाल भी उपस्थित रहे।
पिछले 25 वर्षों से लगातार आयोजित हो रही यह रामलीला, शहर में अपनी अनुशासित प्रस्तुति और कलाकारों के जीवंत अभिनय के लिए जानी जाती है। आयोजन समिति के प्रधान आनंद प्रसाद शर्मा, सभापति भूपेंद्र शर्मा और महासचिव वीरपाल सिंह नेगी ने अतिथियों का स्वागत श्रीराम दरबार की प्रतिमा भेंटकर किया।
रामलीला के प्रथम प्रसंग में श्रवण कुमार की मार्मिक कथा मंचित की गई। कथा के अनुसार, माता-पिता के लिए जल लाने गए श्रवण कुमार को राजा दशरथ ने गलती से अपने शब्दभेदी बाण से घायल कर दिया। श्रवण कुमार की मृत्यु के बाद उनके माता-पिता ने राजा दशरथ को श्राप दिया। इस प्रसंग ने दर्शकों को भावुक कर दिया और पूरे पंडाल में सन्नाटा छा गया।
मुख्य अतिथि जितेंद्र भाटिया ने कहा कि रामलीला भगवान राम के आदर्श जीवन, मर्यादा और त्याग का संदेश देती है। उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि वे बच्चों को साथ लेकर इस सांस्कृतिक आयोजन में अवश्य आएं, ताकि नई पीढ़ी मर्यादा और संस्कारों से जुड़ सके।