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रमित गोयल का आल इंडिया रैंक 45

जेईई एडवांस्ड 2025 का नतीजा घोषित
चंडीगढ़ में सोमवार को जेईई एडवांस 2025 में आॅल इंडिया रैंक 45 प्राप्त करने वाले रमित गोयल (दाएं से दूसरे)। साथ में हैं (बाएं से) दीपेंद्र सिंह रैंक 180, हितेन मित्तल 185 रैंक व केशव मित्तल रैंक 147। -रवि कुमार
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मनीमाजरा (चंडीगढ़), 2 जून (हप्र)

इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई एडवांस्ड 2025 का नतीजा सोमवार को घोषित किया गया। इसमें एक बार फिर शहर के होनहारों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। चंडीगढ़ में पढ़ रहे रमित गोयल ने जेईई एडवांस्ड 2025 में एआईआर 45वां स्थान, पंचकूला की चेरिल ने 76वां रैंक और चंडीगढ़ के ही आदित्य गुप्ता ने 226वां रैंक हासिल किया। वहीं बीते वर्ष चंडीगढ़ के वेदांत सैनी ने ऑल इंडिया स्तर पर 14 रैंक, मयंक जैन ने 68, आयुष गंगल ने 124, जपमन कौर अनेजा ने 307 रैंक हासिल किया था। रमित गोयल ने जेईई एडवांस्ड 2025 में एआईआर 45वां स्थान हासिल कर अपने माता-पिता का नाम रोशन किया है। उन्होंने 360 में से 298 अंक हासिल किए हैं। रमित करनाल का रहने वाला है और चंडीगढ़ में 3 साल से तैयारी कर रहा था। रमित के माता-पिता अरविंद कुमार और संध्या रानी, उनके मजबूत सपोर्ट सिस्टम रहे हैं। उन्होंने जेईई मेंस में एआईआर 168 हासिल किया था। जेईई में अपने शानदार प्रदर्शन के अलावा रमित का वैश्विक, अंतर्राष्ट्रीय, राष्ट्रीय और क्षेत्रीय स्तरों पर ओलंपियाड में एक असाधारण ट्रैक रिकॉर्ड है। रमित ने बताया कि उन्हें टेबल टेनिस खेलना, क्रिकेट खेलना और सैर करना बहुत पसंद है। परीक्षा की तैयारी करते समय उन्होंने गलतियों को नजरअंदाज करने की बजाय उनके सुधार पर अधिक ध्यान दिया। उनका लक्ष्य इंजीनियरिंग के क्षेत्र में कुछ अलग करके दिखाना है।

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पंचकूला की चेरिल ने देशभर में 76वां रैंक हासिल किया है। चेरिल के पिता कर्नल चेतन सिंगला ने बेटी को बधाई दी। चेरिल ने कक्षा 12 के दौरान केमिस्ट्री ओसीएससी के लिए क्वालिफाई किया, साथ ही एनएसईए (एस्ट्रोनॉमी), एनएसईपी (फिजिक्स) और आईओक्यूएम (गणित ओलंपियाड) जैसी प्रतिष्ठित परीक्षाएं भी सफलतापूर्वक उत्तीर्ण कीं। चेरिल ने 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं में 97.8 फीसदी अंक प्राप्त किए और जेईई मेन्स 2025 में ऑल इंडिया रैंक 285 हासिल कर अपनी बहुपक्षीय प्रतिभा और शैक्षणिक उत्कृष्टता का परिचय दिया। उनके पिता कर्नल चेतन सिंगला, मां मंदीप सिंगला ने चेरिल की तैयारी के दौरान निरंतर समर्थन और मार्गदर्शन दिया। उनके दादा राम कुमार गुप्ता ने कहा कि यह सिर्फ परिवार के लिए नहीं, पूरे शहर के लिए गर्व का क्षण है। चेरिल ने मनीमाजरा के स्कूल से अपनी 12वीं की परीक्षा पूरी की और चंडीगढ़ जेईई की कोचिंग ले रही थी। चेरिल ने कहा कि अगर हम खुद पर विश्वास रखें और लगातार मेहनत करें, तो सफलता को जरूर हासिल करते हैं। अंशुल बंसल 266 और कुश अग्रवाल एआईआर 313 वां रैंक हासिल किया। वहीं शीर्ष प्रदर्शन करने वालों में पंचकूला की छात्रा अक्षिता की भी विशेष उपलब्घि रही। वे पूर्व में कक्षा 12 सीबीएसई बोर्ड की ट्राइसिटी टॉपर रह चुकी हैं और इस बार उन्होंने ऑल इंडिया रैंक 204 प्राप्त कर एक और बड़ी उपलब्धि अपने नाम की है।

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