पिंजौर, 9 दिसंबर (निस)
पिंजौर-कालका पुराने हाईवे स्थित रेलवे फाटक खत्म करने के लिए रेलवे विभाग द्वारा बुधवार से कालका-चंडीगढ़-दिल्ली रूट की सभी ट्रेंने रद्द कर युद्ध स्तर पर आरयूबी निर्माण कार्य आरंभ कर दिया गया है। इसके लिए 40 टन से बड़ी 4 क्रेनें और खुदाई के लिए 6 बड़ी मशीनें और दर्जनों अधिकारी एवं कर्मी लगाए गए हैं। लगभग 11 करोड़ रुपये की लागत वाले 350 मीटर लंबे आरयूबी में रेलवे विभाग ने रेल पटरी उखाड़ कर खुदाई का काम तेजी से कर ब्लॉक फिट करना शुरू कर दिया है। आरयूबी फोरलेन में दोनों ओर 42 सीमेंटेड ब्लॉक लगाए जाएंगे रेलवे का काम लगभग 30 घंटों में पूरा किया जाना है।
इस फाटक पर पहले आरओबी अब आरयूबी निर्माण को लेकर परियोजना को लेकर दुकानदारों और पीडब्ल्यूडी विभाग के बीच 2 वर्ष लंबा विवाद भी चला । विवाद इतना बड़ा हो गया था कि खुद मुख्यमंत्री को भी साइट देखने के लिए 3 बार आना पड़ा। क्योंकि पिंजौर-कालका वेल्फेयर एसोसिएशन ने बड़े आरयूबी निर्माण को लेकर दो बार अनिश्चितकालीन धरना दिया था।
इस परियोजना में रेलवे अंडरपास निर्माण के आगे पीडब्ल्यूडी फोरलेन सड़क बनाएगा और शोरूमों के आगे से लगभग 22 फुट गहराई तक मिट्टी उठाकर सड़क सहित दोनों ओर से लेवल नीचे करेगा जिसके बाद शोरूमों के बेसमेंट ग्राउंड फलोर बन जाएंगे। दुकानदारों की मांग थी कि यदि आरयूबी पुरानी योजना अनुसार बना तो आमने-सामने की दुकानों के बीच गहरी खाई बन जाएगी लेकिन नई परियोजना में पूरी भूमि समतल की जाएगी।