मनीमाजरा 24 घंटे जलापूर्ति परियोजना पर उठे सवाल
एस. अग्निहोत्री/ हप्र
मनीमाजरा (चंडीगढ़), 3 जून
नगर निगम चंडीगढ़ की 349वीं मासिक सदन की बैठक की शुरुआत ही हंगामे के साथ रही। पूर्व मीटिंग के मिनट्स कन्फर्म करने के लिए पेश किये गये प्रस्ताव से पहले ही विपक्ष यानी कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के पार्षदों ने स्लोगन लिखी तख्तियां लहराकर मेयर का विरोध करना शुरू कर दिया। पूरा विपक्ष मेयर के आसन के निकट पहुंच गया और भाजपा के विरुद्ध नारेबाजी शुरू कर दी। हालांकि मेयर ने विपक्ष को नसीहत देते हुए कहा कि वह बिना मिनट्स कन्फर्म कराये उनकी कोई भी बात सुनने को तैयार नहीं हैं। मेयर ने कहा कि वह आपरेशन सिंदूर की सफलता के लिए पीएम मोदी और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह का अभिवादन और आभार व्यक्त करने के लिए प्रस्ताव लाना चाह रही हैं। किंतु मेयर के बार-बार ध्यान दिलाने पर भी विपक्ष का हंगामा खत्म नहीं हो रहा था। उनका आरोप था कि नगर निगम के किसी भी वार्ड में विकास कार्य नहीं हा रहे हैं और मेयर ‘आपरेशन सिंदूर’ को महिमामंडित करने का प्रयास कर रही हैं। ऐसा नहीं होने देेंगे, क्योंकि आपरेशन सिंदूर नगर निगम का प्रस्ताव नहीं था। पूरी सदन बैठक पानी की किल्लत, दूषित जल और निकाले गए ट्यूबवेल ऑपरेटरों पर ही केंद्रित रही। उम्मीद की जा रही थी कि फ्री कम्युनिटी सेंटर की बुकिंग का मसला भी गरमाया जाएगा और कई खुलासे होंगे। पर यह विषय केवल सुबह के शुरूआती हंगामे में आप पार्षदों के बैनर दिखाए जाने तक ही सिमट कर रह गया।
शून्यकाल के दौरान आप पार्षद सुमन शर्मा ने मौली जागरां और मनीमाजरा क्षेत्रों में गंदे पानी की आपूर्ति पर चिंता जताई। शर्मा सदन में गंदे पानी से भरी बोतल लाईं और पानी की खराब गुणवत्ता पर कड़ी नाराजगी जताई। भाजपा की पार्षद और पूर्व मेयर सरबजीत कौर, मनोनीत पार्षद गीता चौहान भी बहस में कूूद गईं जिनकी सुमन शर्मा से बहस हुई। कांग्रेस पार्षद गुरप्रीत सिंह गाबी ने 24 घंटे जलापूर्ति परियोजना के लिए सलाहकार नियुक्त करने पर निगम द्वारा 30 करोड़ रुपये खर्चने पर सवाल उठाया। उन्होंने सदन से इस परियोजना को रद्द करने का आग्रह किया और इसे सार्वजनिक धन की बबार्दी बताया। सत्र की शुरूआत में तनाव तब बढ़ गया जब कांग्रेस और आप पार्षदों ने क्रमश 92 करोड़ और 238 करोड़ के चेक की फोटोकॉपी लाकर मेयर के सामने पेश की। निगम के 664 कर्मचारियों को निकालने के कमिश्नर के आदेश के विरुद्ध निगम में पार्षदों द्वारा प्रस्ताव लाये जाने के फैसले के विरुद्ध कमिश्नर ने कहा कि प्रस्ताव पास करने से काम नहीं चलेगा। निगम में फंड क्रंच चल रहा है। उसकी भरपाई के लिए वह फिजूल कर्मियों को निकालेंगे।
ये प्रस्ताव हुए पास
सामुदायिक केंद्रों के संचालन और मेंटेनेंस के संबंध में प्रस्तुत प्रस्ताव को अप्रूवल देकर पारित कर दिया गया। डे मार्केट की शर्तों और नियमों में संशोधन करने के प्रस्ताव को भी सदन की हरी झंडी मिल गई। चंडीगढ़ के पूर्व के 22 गांवों के लालडोरा फिरनी के बाहर के निवासियों को अस्थायी वाटर कनेक्शन देने का प्रस्ताव भी पारित कर दिया गया। इसके अलावा उन भवनों के मालिकों/अधिभोगियों से अग्नि सुरक्षा प्रमाणपत्र शुल्क जब्त करने के प्रस्ताव को भी पारित कर दिया गया, जिन्होंने छह माह की अवधि के भीतर आवश्यक औपचाकिताएं पूरी नहीं की हैं। इसी प्रकार नगर निगम चंडीगढ़ पालतू कुत्तों और कम्युनिटी डॉग बायलॉज 2025 पर लाये गये प्रस्ताव को भी ध्वनिमत से पारित कर दिया गया। जीआईएस आधारित मैकेनाइंड एवं मैनुअल स्वीपिंग के लिए टेंडर लगाने के प्रस्ताव को भी हरी झंडी दे दी गई। यह प्रक्रिया सेक्टर 31 से 56, 61 और 63 तक शुरू की जायेगी। इससे सड़कों की स्वीपिंग मशीन और मैन्यूअल सिस्टम से सफाई होगी। इसके अलावा मनीमाजरा के पाकेट नंबर 6, एनएसी में विकास कार्यों से संबंधित प्रस्ताव को भी हरी झंडी मिल गई।