Punjab बना हाई बीपी कंट्रोल करने वाला 'नंबर 1 राज्य', UN ने दिया बड़ा सम्मान!
विवेक शर्मा
चंडीगढ़, 3 मार्च
क्या हाई ब्लड प्रेशर (BP) अब भारत में महामारी बन चुका है? शायद हां! लेकिन पंजाब ने इस चुनौती को मात देने का बेहतरीन मॉडल पेश किया है, जिसे अब संयुक्त राष्ट्र (UN) ने सम्मानित किया है। PGIMER चंडीगढ़ में चल रहे अंतरराष्ट्रीय गैर-संचारी रोग सम्मेलन में यह खुलासा हुआ कि पंजाब के "इंडिया हाइपरटेंशन कंट्रोल इनिशिएटिव" (IHCI) के तहत 62% मरीजों का ब्लड प्रेशर काबू में लाने में सफलता मिली है। यह देशभर में सबसे प्रभावी प्रदर्शन है।
पंजाब का ‘3-स्तरीय हेल्थ मॉडल’, जिसने रचा इतिहास
पंजाब के स्वास्थ्य सचिव कुमार राहुल, IAS ने बताया कि राज्य में तीन बड़े इनोवेटिव मॉडल लागू किए गए, जिन्होंने हाइपरटेंशन और अन्य बीमारियों पर नकेल कसने में मदद की
1. IHCI (इंडिया हाइपरटेंशन कंट्रोल इनिशिएटिव) – सरकारी अस्पतालों में फ्री दवा, नियमित जांच और सटीक इलाज की रणनीति अपनाई गई।
2.पंजाब स्ट्रोक प्रोग्राम – इस योजना के तहत स्ट्रोक के मरीजों को 'गोल्डन ऑवर' में इलाज देने के लिए स्पेशल यूनिट्स बनाई गईं।
3. STOP प्रोजेक्ट (Oral Cancer Screening) – मरीजों की त्वरित जांच और शुरुआती स्तर पर कैंसर पहचानने के लिए विशेष अभियान चलाया गया।
क्या आपका BP भी 140/90 से ऊपर है? तुरंत सतर्क हो जाइए!
विशेषज्ञों के अनुसार, भारत में 30 साल से ज्यादा उम्र का हर तीसरा व्यक्ति हाइपरटेंशन से जूझ रहा है। WHO की रिपोर्ट कहती है कि अगर समय रहते बीपी कंट्रोल कर लिया जाए, तो दिल के दौरे और स्ट्रोक के 50% मामले रोके जा सकते हैं।
PGI में चल रहे सम्मेलन में क्या खास?
PGIMER चंडीगढ़ में '10वें इंटरनेशनल कोर्स ऑन पब्लिक हेल्थ अप्रोचेस टू NCDs' के तहत विशेषज्ञों ने बताया कि भारत सरकार ने "75 बाय 25" योजना शुरू की है, जिसके तहत 2025 तक 7.5 करोड़ लोगों की डायबिटीज और हाई बीपी की स्क्रीनिंग व इलाज किया जाएगा। WHO के डॉ. युतारो सेटोया ने बताया कि मानसिक स्वास्थ्य और हाइपरटेंशन के बीच सीधा संबंध है। नीति आयोग और हेल्थ एक्सपर्ट्स ने हाइपरटेंशन व डायबिटीज की रोकथाम के लिए नया पब्लिक हेल्थ मॉडल अपनाने पर जोर दिया।