ग्रामीणों के विरोध के आगे झुका लोक निर्माण विभाग : मोरनी में तोड़फोड़ कार्रवाई पर लगे ब्रेक
मोरनी–पंचकूला मार्ग पर लोक निर्माण विभाग की तोड़फोड़ कार्रवाई बुधवार को उस समय ठप पड़ गई, जब ग्रामीणों ने सैकड़ों की संख्या में एकजुट होकर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। विभागीय टीम सड़क किनारे बने घरों, दुकानों और ढाबों को हटाने...
मोरनी–पंचकूला मार्ग पर लोक निर्माण विभाग की तोड़फोड़ कार्रवाई बुधवार को उस समय ठप पड़ गई, जब ग्रामीणों ने सैकड़ों की संख्या में एकजुट होकर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया।
विभागीय टीम सड़क किनारे बने घरों, दुकानों और ढाबों को हटाने पहुंची थी, लेकिन मांधना गांव में पहुंचते ही लोगों के आक्रोश ने हालात बदल दिए। विरोध इतना तीव्र था कि अधिकारियों को कार्रवाई बीच में ही रोकनी पड़ी। जिला परिषद चेयरमैन सुनील शर्मा मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों के साथ खड़े होकर विभाग से कार्रवाई रोकने की मांग की।
उन्होंने कहा कि मोरनी क्षेत्र के लोगों को हिमाचल प्रदेश की तर्ज पर निर्माण नियमों में छूट दी जानी चाहिए, ताकि वर्षों से बसे परिवार उजड़ने से बच सकें। उन्होंने यह भी कहा कि विभाग का 30 मीटर का नियम इस पहाड़ी क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति के अनुरूप नहीं है।
लोक निर्माण विभाग के कनिष्ठ अभियंता तरुण कुमार ने बताया कि सड़क विभाग की भूमि पर हुए अतिक्रमण हटाने की योजना थी। इस पर ग्रामीण भड़क उठे। उनका कहना था कि अधिकांश निर्माण सड़क चौड़ीकरण से पहले के हैं, फिर भी विभाग ने न तो नोटिस जारी किया और न ही मुआवजा दिया। स्थिति तनावपूर्ण होते देख चेयरमैन ने ड्यूटी मजिस्ट्रेट राकेश कुमार से बात कर मामले की संवेदनशीलता बताई। उन्होंने मौके पर ही कार्रवाई रोकने के निर्देश दिए। पुलिस चौकी मोरनी का स्टाफ स्थिति पर नजर बनाए रहा।