जोगिंद्र सिंह/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 17 अप्रैल
पंजाब विश्वविद्यालय के नये बन रहे मल्टीपर्पज सभागार में नया सीनेट हॉल बनेगा, साथ ही इस पूरे मल्टीपर्पज सभागार के संचालन और रखरखाव के लिये कंपनी एक्ट के तहत एक कंपनी बनाये जाने का भी प्रस्ताव है। सेक्शन-8 के तहत बनने वाली यह कंपनी देखेगी कि फंड कैसे और कहां से जुटाया जाये और इसके लिये अकाउंट मेनटेन किया जाये। हालांकि पहले 4-5 साल तक का रखरखाव आदि का जिम्मा संबंधित ठेकेदार का ही रहेगा मगर बाद में पीयू की यह कंपनी ही संचालन-रखरखाव आदि का काम देखेगी। एक पृथक इकाई यानी कंपनी बनाने के लिये 22 जनवरी 2020 और 17 सितंबर 2020 को कमेटी ने सिंडिकेट को अपनी सिफारिशें दी थी। अब इसमें हॉल बनाने संबंधी कमेटी की सिफारिश 26 अप्रैल को होने जा रही सीनेट की बैठक में लायी जा रही हैं।
पिछले कई सालों से यह सभागार पीयू के साउथ कैंपस सेक्टर-25 के परिसर में बन रहा है। तत्कालीन कुलपति प्रो. आरसी सोबती का ही सपना था कि दो से ढाई हजार सीट क्षमता वाला कोई सभागार पीयू के पास हो। उन्होंने केंद्र से इसके लिये मंजूरी ली और फंड भी जारी कराया मगर उन्हें तीसरा एक्सटेंशन नहीं मिला जिस पर इसका निर्माण कार्य प्रभावित हुआ। उनके बाद आये कुलपति प्रो. अरुण ग्रोवर ने भी हालांकि इसे पूरा कराने के लिये काफी जोर लगाया और कई स्रोतों से इसके लिये पैसा भी जुटाया लेकिन उनके कार्यकाल में काम पूरा नहीं हो पाया। अब प्रो. राजकुमार के दूसरे कार्यकाल को भी करीब एक साल गुजर चुका है, लेकिन इसका काम अभी भी अधूरा ही है।