पीयू : महिलाओं द्वारा कूटनीति में निभाई जा सकने वाली सकारात्मक भूमिका पर विचार
चंडीगढ़, 24 जून (ट्रिन्यू)कूटनीति में महिलाओं के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस के अवसर पर पंजाब विश्वविद्यालय के महिला अध्ययन एवं विकास विभाग-सह-केंद्र ने राष्ट्रीय महिला संगठनों के गठबंधन (एनएडब्ल्यूओ) और ब्रिटिश उप उच्चायोग, चंडीगढ़ के सहयोग से आज एक विचारोत्तेजक 'कूटनीति में महिलाएं : अवसर और चुनौतियां' विषय पर गोलमेज चर्चा का आयोजन किया। भारत में ब्रिटिश उप उच्चायुक्त, क्रिस्टीना स्कॉट मुख्य अतिथि थीं, जबकि पीयू की डीयूआई प्रो. योजना रावत ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। रजिस्ट्रार प्रो. वाई.पी. वर्मा कार्यक्रम में मुख्य अतिथि थे। चंडीगढ़ में ब्रिटिश उप उच्चायुक्त कैरोलिना रोवेट ने 18वीं शताब्दी से इंग्लैंड में कूटनीति में महिलाओं के इतिहास पर विचार किया, जबकि अपना स्वयं का उदाहरण साझा करते हुए उन्होंने कहा कि जब वह विदेश सेवाओं में आईं, तो संगठन में उनके लिए बहुत कम रोल मॉडल थे, लेकिन उन्होंने कहा कि यूके में चीजें बदल रही हैं, जबकि इस तथ्य का उल्लेख करते हुए कि वर्तमान में विभिन्न देशों में यूके की 60 महिला राजदूत हैं।
अपने स्वागत भाषण में प्रो. योजना रावत ने अपने जीवन के उदाहरणों का हवाला देते हुए कूटनीति में महिलाओं की सकारात्मक भूमिका के बारे में श्रोताओं को अवगत कराया। प्रो. वाई.पी. वर्मा ने नेतृत्व और निर्णय लेने वाले पदों पर महिलाओं के सकारात्मक पहलुओं के बारे में बात की। प्रो. पैम राजपूत ने भारत और विश्व स्तर पर कूटनीति में महिलाओं के कम प्रतिनिधित्व को उजागर करने वाले आंकड़ों का हवाला देते हुए परिचयात्मक टिप्पणी की, कूटनीति में महिलाओं की भागीदारी के विकास के इतिहास को देखते हुए, उन्होंने विभिन्न ऐतिहासिक हस्तियों का हवाला दिया, जिन्होंने अनौपचारिक कूटनीति और राजनयिकों के साथ-साथ विदेश मंत्रियों की क्षमता में औपचारिक कूटनीति में भाग लिया है। विभाग के चेयरपर्सन प्रो. राजेश कुमार चंदर ने औपचारिक धन्यवाद प्रस्ताव रखा।