पीयू के नेतृत्व में पीआई-आरएएचआई और कोरिया के एचएल क्लेमोव में करार
पंजाब विश्वविद्यालय-आईआईटी रोपड़ रीजनल एक्सेलरेटर फॉर होलिस्टिक इनोवेशन (पीआई-आरएएचआई), उत्तरी क्षेत्र विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी क्लस्टर और एचएल क्लेमोव इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने आज सतत गतिशीलता, स्वचालित ड्राइविंग और हरित ऊर्जा समाधानों में सफलता प्राप्त करने के लिए एक रणनीतिक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। इस समझौता ज्ञापन पर कुलपति और पीआई-आरएएचआई की चेयरपर्सन प्रो. रेणु विग और इंडिया टेक सेंटर आर एंड डी, बेंगलुरु के उपाध्यक्ष, क्वान सन यू और एचएल क्लेमोव इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के वरिष्ठ प्रतिनिधियों ने हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर जेसुंग लिम (ग्रुप लीडर, सिस्टम ग्रुप), यंगसुब सोहन (ग्रुप लीडर, एप्लीकेशन ग्रुप) और मिनसोक वोन (ग्रुप लीडर, वी एंड वी ग्रुप) के साथ-साथ पीयू डीन रिसर्च प्रोफेसर मीनाक्षी गोयल,रजिस्ट्रार प्रोफेसर वाई.पी. वर्मा, पीआई-आरएएचआई के निदेशक प्रोफेसर रजत संधीर, यूआईईटी के डायरेक्टर प्रोफेसर सुखविंदर सिंह, डीन एलुमनाई, कॉर्पोरेट और अंतर्राष्ट्रीय मामले, पीईसी डॉ. रमेश कुमार कांडा, प्रोफेसर नवदीप गोयल; डॉ. परवीन गोयल; डॉ. जतिंदर कौर अरोड़ा, प्रोफेसर धीरज के. महाजन और नेहा अरोड़ा भी उपस्थित रहीं।
इस करार से भविष्य की ड्राइवरलैस कारों से लेकर लंबे समय तक चलने वाली स्मार्ट बैटरियों और ऊर्जा-कुशल प्रणालियों तक जो ईंधन की लागत और कार्बन उत्सर्जन को कम करने में मदद मिलेगी। समझौता ज्ञापन का स्वागत करते हुए प्रो. रेणु विग ने कहा कि यह समझौता ज्ञापन विभिन्न दूरदर्शी, अत्याधुनिक सुविधाओं को भारत के अनुकूल परिस्थितियों के अनुरूप लाने के लिए नए और अधिक गतिशील विकल्प खोलेगा।