Tribune
PT
Subscribe To Print Edition About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

पीयू को मिला 1 करोड़ का शोध प्रोजेक्ट

चंडीगढ़, 3 फरवरी (ट्रिन्यू) भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने पंजाब यूनिवर्सिटी को 1 करोड़ रुपये का एक शोध प्रोजेक्ट दिया है। इस प्रोजेक्ट को तीन साल के भीतर पूरा करना होगा। परियोजना का नेतृत्व जंतु विज्ञान विभाग की प्रोफेसर...

  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
featured-img featured-img
पंजाब यूनिवर्सिटी
Advertisement

चंडीगढ़, 3 फरवरी (ट्रिन्यू)

भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने पंजाब यूनिवर्सिटी को 1 करोड़ रुपये का एक शोध प्रोजेक्ट दिया है। इस प्रोजेक्ट को तीन साल के भीतर पूरा करना होगा। परियोजना का नेतृत्व जंतु विज्ञान विभाग की प्रोफेसर डॉ. इंदु शर्मा प्रधान अन्वेषक के तौर पर करेंगी जबकि यूआईपीएस की प्रो. इंदुपाल कौर सह प्रमुख अन्वेषक के रूप में प्रोजेक्ट से जुड़ेंगी। शोध का उद्देश्य आहार और जीवनशैली से प्रेरित पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (पीसीओएस) के अंतर्निहित तंत्र की जांच करना है, जो महिलाओं को प्रभावित करने वाला एक प्रचलित हार्मोनल विकार है। इसके अलावा, अध्ययन संभावित उपचार रणनीतियों को विकसित करने के लिए पीसीओएस चूहा मॉडल का उपयोग करके नैनोकण-आधारित चिकित्सीय हस्तक्षेप का पता लगाएगा। डॉ. इंदु शर्मा ने परियोजना के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा, ‘पीसीओएस महिलाओं के बीच एक बढ़ती स्वास्थ्य चिंता है, जो अक्सर आधुनिक जीवनशैली और आहार संबंधी आदतों से जुड़ी होती है। हमारा शोध इसके जैविक तंत्र में गहरी अंतर्दृष्टि प्रदान करेगा और नवीन चिकित्सीय दृष्टिकोणों का पता लगाएगा।’ प्रो. इंदु पाल कौर ने प्रभावी उपचार विकसित करने में नैनोटेक्नोलॉजी की भूमिका पर जोर दिया और कहा, ‘नैनोकण-आधारित दवा वितरण प्रणाली पीसीओएस उपचार की प्रभावकारिता और सुरक्षा में सुधार करने में काफी संभावनाएं रखती हैं। यह परियोजना लक्षित चिकित्सीय विकल्पों को आगे बढ़ाने में योगदान देगी।’

Advertisement

Advertisement
Advertisement
×