चंडीगढ़, 10 जनवरी (ट्रिन्यू)
पंजाब विश्वविद्यालय कैंपस और यूटी चंडीगढ़ के संबद्ध कालेजों में विभिन्न कोर्सों में दाखिले के लिये छात्र अभी तक दर-दर भटक रहे हैं। एडमिशन के लिये तय तिथि निकल जाने के बाद आवेदन करने वाले 150 से अधिक छात्र-छात्राएं अभी भी पसोपेश में हैं कि उन्हें दाखिला मिलेगा या नहीं? लेट फीस के साथ 11 दिसंबर को दाखिलों की डेट निकल चुकी है लेकिन डीन कालेज डेवलपमेंट कौंसिल (डीसीडीसी) और डीयूआई व कुलपति के पास दाखिलों को लेकर आवेदन लंबित पड़े हैं।
पहले तो सीनेट-सिंडिकेट छात्रों को ऐसे मामले में छूट देती आ रही हैं, मगर अब गवर्निंग बॉडी नहीं है। ऐसे में कोई फैसला कुलपति को ही लेना है। मगर पीयू प्रशासन इस बारे में कोई फैसला नहीं ले पा रहा है। छात्रों का कहना है कि कोरोना महामारी के चलते इस साल हालात असामान्य हैं, इसलिये दाखिलों की डेट बढ़ा दी जाये या फिर जिन लोगों ने आवेदन कर रखे हैं, उन्हें स्पेशल परमिशन देकर दाखिला दे दिया जाये।
कुलपति के सचिव प्रो. देविंदर सिंह ने इस बारे में माना कि डेढ़ सौ से भी अधिक आवेदन इस संबंध में पीयू के पास आये हुए हैं, कल मीटिंग करके वे इस संबंध में कोई फैसला लेंगे। उनका कहना था कि छात्रों का कोई नुकसान नहीं होने दिया जायेगा और पहले सेमेस्टर के छात्रों का अगर दाखिला दिया जाता है कि परीक्षाएं भी कुछ देरी से ली जा सकती हैं।
क्या कहते हैं डीसीडीसी
डीसीडीसी प्रो. संजय कौशिक ने भी कहा कि उनके पास ढेरों आवेदन आये हुए हैं मगर वे उन्हें आगे इसलिये नहीं भेजते क्योंकि डेट निकल चुकी है, भेजने पर उनसे ही सवाल-जवाब होता है। उन्होंने कहा कि जल्द ही पीयू इस पर कोई फैसला लेगी।