पीयू बोर्ड ऑफ फाइनांस ने 901.61 करोड़ का बजट किया मंज़ूर
शैक्षणिक, स्वास्थ्य व विद्युत ढांचा सुदृढ़ करने पर रहेगा ज़ोर
पंजाब विश्वविद्यालय (पीयू) के बोर्ड ऑफ फाइनांस ने सोमवार को वित्त वर्ष 2026–27 के लिए 901.61 करोड़ रुपये का बजट मंज़ूर किया है। इस वर्ष के बजट में विश्वविद्यालय ने शैक्षणिक, स्वास्थ्य एवं विद्युत ढांचे को सुदृढ़ करने पर विशेष ज़ोर दिया है। बैठक की अध्यक्षता कुलपति प्रो. रेणु विग ने की। बैठक में यूजीसी, शिक्षा मंत्रालय, पंजाब सरकार और चंडीगढ़ प्रशासन के प्रतिनिधियों के साथ-साथ प्रो. योजना रावत (डीयूआई), रजिस्ट्रार वाई.पी. वर्मा, प्रो. मीनाक्षी गोयल, डॉ. विक्रम नैयर, पूटा अध्यक्ष अमरजीत सिंह नौरा और स्टाफ एसोसिएशन अध्यक्ष हनी ठाकुर उपस्थित रहे। बजट अनुमान के अनुसार, विश्वविद्यालय आगामी वर्ष में आंतरिक स्रोतों से 387.54 करोड़ रुपये की आय अर्जित करेगा, जबकि कुल व्यय 901.61 करोड़ रुपये प्रस्तावित है। इसमें स्व-वित्तपोषित पाठ्यक्रमों से 100 करोड़, परीक्षा शुल्क से 174 करोड़, दूरस्थ एवं ऑनलाइन शिक्षा से 20.50 करोड़ और विभागीय फीस से 21.50 करोड़ रुपये की आय शामिल है। विश्वविद्यालय को यूजीसी से 412.17 करोड़ और पंजाब सरकार से 101.68 करोड़ रुपये के अनुदान की उम्मीद है। इसके अतिरिक्त, संशोधित पेंशन के बकाया भुगतान के लिए 128.95 करोड़ रुपये की एकमुश्त सहायता की मांग की गई है। पूंजीगत व्यय योजना के तहत विश्वविद्यालय ने कई विकासात्मक और छात्र-केंद्रित परियोजनाओं को प्राथमिकता दी है। सेक्टर-14 परिसर में 4.69 करोड़ की लागत से वॉलीबॉल, बास्केटबॉल और बॉक्सिंग के लिए इनडोर स्टेडियम बनाया जाएगा, जबकि 46 लाख रुपये की लागत से दो सिंथेटिक टेनिस कोर्ट भी तैयार किए जाएंगे।
छात्रावासों के नवीनीकरण व उन्नयन के लिए लगभग 3 करोड़ रुपये निर्धारित किए गए हैं। इसमें बॉयज़ हॉस्टल नंबर 6 के ब्लॉक I, II, IV के शौचालयों का पुनर्निर्माण, बॉयज़ हॉस्टल नंबर 2 व गर्ल्स हॉस्टल नंबर 2 के मेस और रसोई क्षेत्र के सुधार, तथा गर्ल्स हॉस्टल नंबर 11 में वर्षा जल संचयन प्रणाली की स्थापना शामिल है। सेंट्रल प्लेसमेंट सेल के आधुनिकीकरण के लिए 1.84 करोड़ और यूनिवर्सिटी हेल्थ सेंटर के उन्नयन के लिए 0.89 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। सामान्य ढांचा सुधार पर 11.69 करोड़, विद्युत प्रणाली के आधुनिकीकरण पर 5.50 करोड़, अकादमिक व शोध सुविधाओं पर 4.80 करोड़ और डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर, स्मार्ट क्लासरूम व ब्लेंडेड लर्निंग सुविधाओं के विकास पर 3 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
पिछले वर्ष (2025–26) में विश्वविद्यालय ने 872.35 करोड़ रुपये का बजट पारित किया था, जिसमें अनुसंधान, डिजिटलीकरण और ऊर्जा संरक्षण परियोजनाओं पर बल दिया गया था।