पीयू बचाओ मोर्चा का विरोध प्रदर्शन आज, पंजाबभर से जुटेंगे समर्थक
पंजाब विश्वविद्यालय (पीयू) में सीनेट चुनाव की तारीख घोषित करने की मांग को लेकर आज ‘पीयू बचाओ मोर्चा’ का बड़ा विरोध प्रदर्शन होगा। छात्रों ने कल यानी 10 नवंबर के ‘पीयू बंद’ को वापस लेने से साफ इनकार कर दिया...
पंजाब विश्वविद्यालय (पीयू) में सीनेट चुनाव की तारीख घोषित करने की मांग को लेकर आज ‘पीयू बचाओ मोर्चा’ का बड़ा विरोध प्रदर्शन होगा। छात्रों ने कल यानी 10 नवंबर के ‘पीयू बंद’ को वापस लेने से साफ इनकार कर दिया है। रविवार की छुट्टी के बावजूद आज कुलपति कार्यालय के बाहर धरनास्थल पर छात्रों, शिक्षकों और नेताओं का जमावड़ा लगा रहा।
मोर्चा ने पंजाबभर में संदेश भेजकर समर्थकों को कल के आंदोलन में शामिल होने का आह्वान किया है। वहीं, विश्वविद्यालय प्रशासन ने बताया कि सीनेट चुनाव की प्रक्रिया औपचारिक रूप से शुरू कर दी गई है और चुनाव कार्यक्रम का विस्तृत शेड्यूल चांसलर को भेज दिया गया है। कुलपति प्रोफेसर रेणु विग ने सभी छात्र संगठनों से शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि अब जबकि चुनाव प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है, किसी प्रकार का भ्रम या अनिश्चितता नहीं रहनी चाहिए।
धरनास्थल पर आज कई राजनीतिक नेताओं ने छात्रों का समर्थन किया। कांग्रेस सांसद डॉ. अमर सिंह, विधायक दलवीर गोल्डी, नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा और सीनियर कांग्रेस नेता राणा गुरजीत सिंह ने छात्रों से मुलाकात कर केंद्र सरकार पर पंजाब के हितों की अनदेखी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि पंजाब विश्वविद्यालय एक ऐतिहासिक संस्था है और इसमें पंजाब की भागीदारी सुनिश्चित रहनी चाहिए। गैंगस्टर से नेता बने लक्खा सिडाना ने भी आंदोलन का समर्थन किया। उन्होंने सवाल उठाया कि पंजाब के मुख्यमंत्री या मंत्री सीनेट बैठकों में हिस्सा क्यों नहीं लेते।
किसान नेता लक्खा सिधाना ने कहा कि पंजाब सरकार को पीयू के लंबित 200 करोड़ रुपये जारी करने चाहिए। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे किसान आंदोलन की तरह इस लड़ाई को भी पूरी ताकत से लड़ें और कल के धरने में राशन-पानी के साथ शामिल हों। शाम को विधायक मनप्रीत सिंह अयाली भी धरनास्थल पहुंचे और छात्रों के साथ एकजुटता जताई। इस दौरान प्रसिद्ध पंजाबी सूफी गायक सतिंदर सिंह सरताज, जिन्हें कभी पीयू ने सम्मानित किया था, ने भी धरने में पहुंचकर कहा कि ‘पीयू मेरा दूसरा घर है, इसलिए मैं इस शांतिपूर्ण आंदोलन का हिस्सा बनूंगा।’ विरोध को समर्थन देने वालों में आम आदमी पार्टी के सांसद मलविंदर सिंह कंग, बरजिंदर सिंह, मक्खन बराड़ शामिल थे।
शांतिपूर्ण ढंग से जारी रहेगा आंदोलन
इस बीच, डीएसडब्ल्यू और वार्डनों ने करीब 20 छात्र संगठनों के प्रतिनिधियों से बैठक कर अपील की कि वे अपना धरना समाप्त करें और सामूहिक प्रदर्शन रद्द करें। हालांकि छात्र संगठनों ने कहा कि वे आंदोलन को शांतिपूर्ण ढंग से जारी रखेंगे और अनुशासन की पूरी जिम्मेदारी ‘पीयू बचाओ मोर्चा’ की होगी। इधर, चंडीगढ़ पुलिस ने मोहाली बॉर्डर पर बेरिकेडिंग कर दी है, ताकि यहां से किसान प्रवेश न कर पाएं।

