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Prematurity Day साड़ी में साइक्लिंग का रंग, प्रीमैच्योरिटी अवेयरनेस का संग

साड़ी की शालीनता में फिटनेस का दम

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Prematurity Day चंडीगढ़ की सुबह आज फिटनेस और मातृत्व जागरूकता के रंगों से सराबोर दिखी। वर्ल्ड प्रीमैच्योरिटी डे पर साइकलगिरि द्वारा आयोजित ‘राइड इन साड़ी’ साइक्लोथॉन ने शहर की सड़कों को उत्साह, ऊर्जा और सांस्कृतिक अंदाज से भर दिया। साड़ी में साइकिल चलाती महिलाएं, पंजाबी गीतों पर झूमते कदम और स्वास्थ्य संदेशों से भरा माहौल इस आयोजन को अनोखा और यादगार बना गया।

कार्यक्रम का नेतृत्व साइकलगिरि की अध्यक्ष और कंसल्टेंट ऑब्स्टेट्रिशियन एवं गायनोकोलॉजिस्ट डॉ. सुनैना बंसल ने किया। उनका कहना था कि महिलाएं खुद की सेहत को सहज ही पीछे छोड़ देती हैं, जबकि स्वस्थ गर्भावस्था की नींव फिटनेस, नियमित जांचों और समय पर देखभाल में ही बसती है। ‘राइड इन साड़ी’ इसी जागरूकता को आगे बढ़ाने की कोशिश है।

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10 किलोमीटर की जोशभरी राइड

सुबह 7 बजे मदरहुड चैतन्या, सेक्टर 44 से शुरू होकर यह साइक्लोथॉन सुखना झील तक 10 किलोमीटर चली। पूर्व आईएमए अध्यक्ष और मेडिकल डायरेक्टर डॉ. नीरज कुमार व डॉ. पूनम गर्ग ने इसे फ्लैग-ऑफ किया।

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साड़ी में साइकिल चलाती 100 से अधिक महिलाओं ने दिखाया कि परंपरा और फुर्ती एक साथ चल सकती हैं। यह साड़ी मातृत्व की सुरक्षा, गर्माहट और सांस्कृतिक निरंतरता का प्रतीक बनकर अपनी ही भाषा में स्वास्थ्य संदेश देती नजर आई।

पंजाबी बीट्स पर जुंबा और सरप्राइज

राइड के बाद प्रतिभागियों ने जोरदार जुंबा सेशन में हिस्सा लिया। रिफ्रेशमेंट और आकर्षक सरप्राइज गिफ्ट्स ने कार्यक्रम को और भी जीवंत बना दिया। डॉ. सुनैना बंसल ने कहा कि गर्भावस्था से पहले और दौरान सक्रिय रहना संपूर्ण स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है और समय से पहले प्रसव के जोखिम को काफी हद तक कम कर देता है।

डॉ. नीरज कुमार ने कहा कि साड़ी में साइक्लिंग संतुलन और साहस दोनों की मांग करती है, ठीक उसी तरह जैसे एक प्रीमैच्योर शिशु का जीवन संघर्ष। यह आयोजन मांओं, केयरगिवर्स और एनआईसीयू टीमों को समर्पित है।

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