सड़क में गड्ढे या गड्ढों में सड़क !
मनीमाजरा की सड़कों की हालत इतनी खराब हो चुकी है कि अब यह तय कर पाना मुश्किल हो गया है कि सड़क में गड्ढे हैं या गड्ढों में सड़क। खासकर मनीमाजरा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के पास की सडक तो जैसे पूरी...
मनीमाजरा की सड़कों की हालत इतनी खराब हो चुकी है कि अब यह तय कर पाना मुश्किल हो गया है कि सड़क में गड्ढे हैं या गड्ढों में सड़क। खासकर मनीमाजरा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के पास की सडक तो जैसे पूरी तरह गायब ही हो चुकी है। बड़े-बड़े गड्ढे जानलेवा साबित हो रहे हैं और रोजाना कोई न कोई वाहन इन गड्ढों की भेंट चढ़ रहा है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि कई बार शिकायत करने के बावजूद न तो नगर निगम हरकत में आया, न ही कोई जिम्मेदार अधिकारी मौके पर पहुंचा। बारिश के दिनों में तो हालात और भी बदतर हो जाते हैं जब ये गड्ढे पानी से भर जाते हैं और दुर्घटनाओं का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। कैब संचालक अजय गुप्ता ने बताया कि इतनी खराब हालत सड़कों की आज तक कभी नहीं देख। मनीमाजरा से आने-जाने के कारण गाड़ी का सस्पेंशन दो बार खराब हो चुका है। प्रशासन की कमियों का खमियाजा उन्हें भुगतना पड़ रहा है। नितिन कपिल ने कहा कि वह पिछले काफी समय से सुभाष नगर में रहता है। पहली बार सुभाष नगर की मुख्य सड़क का यह हाल हुआ है। पहले यह शहर सिटी ब्यूटीफुल के नाम से जाना जाता था जब से इसको स्मार्ट सिटी का तमगा मिला है, इसे तो जैसे नजर ही लग गई है। समस्या समाधान टीम के कार्यकर्ता नीरज ने कहा कि समझ नहीं आता गड्ढों में सड़क है या सड़क में गड्ढे। यूपी के गांव की सड़कों की हालात भी इससे बेहतर है। नगर निगम के पास अब फंड तो आ चुका है देखते हैं कितनी जल्दी मनीमाजरा की सड़कें बनती हैं। बैंक कॉलोनी निवासी राज पांडे का कहना है कि हाल ही में गर्भवती महिला को पैदल चलने पर मजबूर होना पड़ा, क्योंकि सड़कों पर गड्ढों के कारण होने वाली पीड़ा वह सहन नहीं कर सकती थी।

