Polyclinic-26 : संसाधन कम थे, लेकिन नीयत थी साफ... डॉ. रानू राठौर ने जटिल सर्जरी कर दिखाई चिकित्सा सेवा की मिसाल
हमारे प्रतिनिधि
पंचकूला , 20 जून
Polyclinic-26 : जब सुविधाएं सीमित हों, उपकरण अधूरे हों और संसाधन कम हों तब भी अगर नीयत मजबूत हो व सेवा का जज्बा जीवित हो तो चमत्कार मुमकिन हो जाते हैं। ऐसा ही हुआ शुक्रवार को पंचकूला के सरकारी पॉलीक्लिनिक सेक्टर-26 में जहां डॉक्टर रानू राठौर ने चार घंटे लंबी एक जटिल सर्जरी कर 50 वर्षीय महिला की जान बचा ली।
इस महिला का गर्भाशय पूरी तरह से क्षतिग्रस्त था और वह लगातार रक्तस्राव से पीड़ित थी। स्थिति इतनी गंभीर थी कि थोड़ी भी देरी जान पर भारी पड़ सकती थी। डॉक्टर राठौर ने संभावित ब्लीडिंग की स्थिति को देखते हुए पहले से ही सेक्टर-6 के सिविल अस्पताल में रक्त की व्यवस्था सुनिश्चित करवा दी थी, ताकि जरूरत पड़ने पर समय गंवाए बिना रक्त मिल सके।
डॉ. राठौर ने बताया कि आज हमने 50 साल की महिला का ऑपरेशन किया, जो पूरी तरह सफल रहा। सीमित सुविधाओं के बावजूद हमने प्रयास किया कि कोई कसर न रहे। मरीज अब ठीक हो रही हैं और उसकी हालत स्थिर है। यह ऑपरेशन करीब 4 घंटे चला। इस दौरान न केवल शारीरिक दक्षता, बल्कि मानसिक सजगता और टीमवर्क का भी उत्कृष्ट प्रदर्शन हुआ।
सर्जरी को लेकर पंचकूला की सिविल सर्जन डॉ. मुक्ता कुमार ने कहा कि काफी समय से पॉलीक्लिनिक-26 में ऑपरेशन नहीं हो रहे थे। डॉ. राठौर ने कठिन परिस्थितियों में जटिल ऑपरेशन कर सराहनीय कार्य किया है। अब उन्हें प्रेरित किया जाएगा कि वे नियमित रूप से ऐसे ऑपरेशन करें, ताकि क्षेत्रीय लोगों को सिविल अस्पताल न जाना पड़े। यहीं सुविधा मिल सके।