पुलिस व स्कूली छात्रों ने सड़क सुरक्षा के लिए निकाला पैदल मार्च
सूरजपुर ट्रैफिक टीम ने कालका मॉडल संस्कृति स्कूल के छात्रो के साथ सड़क सुरक्षा के लिए मार्च निकाला गया। इस अवसर पर स्कूली बच्चों ने हाथों में बैनर लेकर पैदल मार्च किया और नारे लगाए ‘हमने ये ठाना है, कालका सुरक्षित शहर बनाना है।’ इस पहल का मुख्य उद्देश्य आमजन को यातायात नियमों के पालन के प्रति जागरूक करना और कालका को जाम-मुक्त व सडक़ दुर्घटना मुक्त शहर बनाने का संदेश देना था।
मार्च के दौरान बच्चों ने राहगीरों से अपील की कि ट्रैफिक नियमों का पालन केवल चालान से बचने के लिए नहीं, बल्कि अपनी और दूसरों की जान की सुरक्षा के लिए आवश्यक है। बच्चों के उत्साह और ऊर्जा को देखकर स्थानीय नागरिक भी प्रभावित हुए और उन्होंने इस अभियान की सराहना की।
इसी दौरान यातायात प्रभारी अभिषेक ने एक और महत्वपूर्ण कार्य कर सबका ध्यान आकर्षित किया। कालका गांधी चौक पर लगे दो राष्ट्रीय ध्वज अनुचित ढंग से उपयोग हो रहे थे और उनका अपमान हो रहा था। उन्होंने तुरंत पहल करते हुए उन ध्वजों को सम्मानपूर्वक उतारा और सुरक्षित अपने पास रख लिया। इस कार्य से उन्होंने यह संदेश दिया कि राष्ट्रीय ध्वज का प्रयोग जितना आवश्यक है, उतना ही उसका सम्मान करना भी जरूरी है। उन्होंने उपस्थित लोगों को समझाया कि ध्वज हमारे राष्ट्र की गरिमा का प्रतीक है और इसके प्रति सम्मान बनाए रखना हर नागरिक का कर्तव्य है। इस कार्यक्रम में ट्रैफिक पुलिस सूरजपुर की पूरी टीम, कालका मॉडल संस्कृति स्कूल के प्रधानाचार्य राज कुमार आर्य और शिक्षकों की टीम मौजूद रही।
डीसीपी ट्रैफिक ने बच्चों के प्रयासों की सराहना की और कहा कि इस तरह के अभियान समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का माध्यम बनते हैं। ट्रैफिक पुलिस ने भरोसा दिलाया कि ऐसे प्रयास आगे भी जारी रहेंगे और नागरिकों के सहयोग से कालका को जाम मुक्त व दुर्घटना मुक्त बनाने का लक्ष्य अवश्य पूरा होगा।