Pgi देहदान-महादान" की मिसाल बने दो परिवार, पीजीआईएमईआर ने जताया सम्मान
- अपने प्रियजनों को अमर कर गए परिजन, समाज के लिए पेश की प्रेरणा
चंडीगढ़, 21 अप्रैल
"देहदान-महादान-ज़रूर करें" — इस संदेश को साकार करते हुए दो परिवारों ने अपने दिवंगत परिजनों के शव दान कर मानवता की एक अनूठी मिसाल कायम की है। पीजीआईएमईआर, चंडीगढ़ के एनाटॉमी विभाग को मिले इन अमूल्य उपहारों से चिकित्सा शिक्षा को नई ऊर्जा मिली है और समाज को एक सशक्त प्रेरणा।
पिहोवा (कुरुक्षेत्र) निवासी नरैन प्रकाश (77 वर्ष), पुत्र श्री ममराज, का निधन 3 अप्रैल 2025 को हुआ। उनके परिजनों — पत्नी ओम पाटी और पोते चिराग सिंगला — ने यह संकल्प लिया कि उनका जीवन विज्ञान और समाज की सेवा में आगे भी योगदान करता रहे। देहदान का यह निर्णय उनकी जीवन दृष्टि और सेवा भावना को अमर कर गया।
इसी तरह पंचकूला सेक्टर-21 निवासी अवनीश कुमार शर्मा (64 वर्ष) के निधन पर भी परिवार ने वही ऊंचाई दिखाई। उनकी पत्नी अंजना शर्मा, पुत्र शिवम शर्मा और पुत्री श्रेया शर्मा ने मिलकर 11 अप्रैल 2025 को उनका शव दान कर यह साबित कर दिया कि सच्चा प्रेम प्रियजन को मृत्यु के बाद भी जीवित रख सकता है — नयी जिंदगियों के सपने संजोने में।
पीजीआईएमईआर के एनाटॉमी विभाग ने इन दोनों परिवारों के इस अद्वितीय निर्णय के प्रति गहरी कृतज्ञता व्यक्त की है। संस्थान ने कहा कि ऐसे कदम समाज में सकारात्मक सोच को बढ़ावा देते हैं और आने वाली पीढ़ियों के लिए आदर्श बनते हैं।
देहदान से जुड़ी जानकारी या सहायता के लिए इच्छुक व्यक्ति कार्यालय समय में 0172-2755201 या 24x7 हेल्पलाइन नंबर 9660030095 पर संपर्क कर सकते हैं।