अंगदान में पीजीआई चंडीगढ़ को फिर मिला देश का सर्वोच्च सम्मान
अंगदान के क्षेत्र में पीजीआई चंडीगढ़ ने एक बार फिर देशभर में अपनी श्रेष्ठता सिद्ध की है। 15वें भारतीय अंगदान दिवस पर संस्थान को लगातार दूसरी बार सर्वश्रेष्ठ रोटो (रीजनल ऑर्गन एंड टिशू ट्रांसप्लांट ऑर्गेनाइजेशन) का राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त हुआ। इससे पहले यह सम्मान पीजीआई को 2019 और 2024 में भी मिल चुका है।
यह प्रतिष्ठित पुरस्कार केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने दिल्ली स्थित डॉ. बी.आर. अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित समारोह में संस्थान के निदेशक प्रो. विवेक लाल, उपनिदेशक प्रशासन पंकज राय, चिकित्सा अधीक्षक प्रो. विपिन कौशल और मीडिया सलाहकार सरयू मदरा को सौंपा।
इस अवसर पर पीजीआई की बीएसडी डिक्लेरेशन टीम को भी राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह टीम मृतक अंगदान की प्रक्रिया को पूरी संवेदनशीलता और पारदर्शिता से पूरा करती है। टीम में प्रो. काजल जैन, प्रो. आशीष शर्मा, डॉ. राजीव चौहान, डॉ. हेमंत भगत और डॉ. शैंकी सिंह शामिल हैं। समारोह का सबसे भावुक क्षण वह था जब हृदय प्रत्यारोपण प्राप्त करने वाले कृष्णा और उनके माता-पिता को भी मंच पर सम्मानित किया गया।
\Bसम्मान अंगदान के नायकों को समर्पित : प्रो. विवेक लाल\B
प्रो. विवेक लाल ने यह सम्मान उन सभी परिवारों को समर्पित किया, जिन्होंने किसी और को जीवन देने के लिए अपने प्रियजन के अंग दान किए। प्रो. कौशल ने इसे टीम वर्क की जीत बताया, वहीं पंकज राय ने ‘प्रोजेक्ट सारथी’ के ज़रिए युवाओं और छात्रों को अंगदान अभियान से जोड़ने की बात कही। उल्लेखनीय है कि पीजीआई को 2015 में रोटो नॉर्थ बनाया गया था। यह संस्थान पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर और चंडीगढ़ जैसे राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में अंगदान को बढ़ावा देने का कार्य करता है।
पीजीआई की प्रमुख उपलब्धियां
2015–2020 : चार बार देश का सर्वश्रेष्ठ अंग प्रतिरोपण अस्पताल
2019, 2024, 2025 : तीन बार सर्वश्रेष्ठ रोटो पुरस्कार
2022–23 : सबसे अधिक मृतक डोनर वाला केंद्र शासित क्षेत्र