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PGI Chandigarh: पीजीआई के 8 वैज्ञानिक नेशनल एकेडमी ऑफ मेडिकल साइंसेज के फेलो के लिए चुने गए

शैक्षणिक योग्यता, नवाचार और चिकित्सा क्षेत्र में योगदान के लिए मिला सम्मान
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PGI Chandigarh
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चंडीगढ़, 24 नवंबर (ट्रिन्यू)

PGI Chandigarh: पीजीआई चंडीगढ़ ने एक बार फिर अपनी शैक्षणिक और शोध उत्कृष्टता से देश का गौरव बढ़ाया है। ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (AIIMS), जोधपुर में आयोजित 64वें नेशनल एकेडमी ऑफ मेडिकल साइंसेज सम्मेलन (NAMSCON) में संस्थान के आठ वैज्ञानिकों को नेशनल एकेडमी ऑफ मेडिकल साइंसेज (इंडिया) का प्रतिष्ठित फेलो (FAMS) चुना गया है।

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यह सम्मान डॉ. राकेश कपूर, डॉ. विकास गौतम, डॉ. रीमा बंसल, डॉ. उषा दत्ता, डॉ. अरुण बरनवाल, डॉ. नवीन संख्यान, डॉ. साधना शर्मा, और डॉ. आदित्य अग्रवाल की शैक्षणिक योग्यता, नवाचार और चिकित्सा क्षेत्र में योगदान की पुष्टि करता है।

सम्मानित वैज्ञानिक व उनकी उपलब्धियां

  • डॉ. राकेश कपूर: रेडियोथेरेपी विभाग के प्रोफेसर और यूनिट हेड। उन्होंने ब्रैकीथेरेपी में इन वाइवो डोजिमेट्री तकनीक विकसित की, जो कैंसर उपचार में क्रांतिकारी कदम है। वे टाटा मेमोरियल सेंटर, मुल्लांपुर और संगरूर के संस्थापक निदेशक भी रहे हैं।
  • डॉ. विकास गौतम: मेडिकल माइक्रोबायोलॉजी विभाग के प्रोफेसर। उन्होंने एंटीबायोटिक प्रतिरोध के क्षेत्र में नवाचार करते हुए ऐसी तकनीक विकसित की जिससे मधुमेह और बेडसोर के गंभीर घावों का उपचार संभव हुआ। उनका शोध राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सराहा गया है।
  • डॉ. रीमा बंसल: एडवांस्ड आई सेंटर की प्रोफेसर। उनके नाम 18 राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार हैं, और उन्होंने 170 से अधिक शोधपत्र प्रकाशित किए हैं।
  • डॉ. नवीन संख्यान: एडवांस्ड पीडियाट्रिक्स सेंटर में पीडियाट्रिक न्यूरोलॉजी के प्रमुख। विटामिन B12 की कमी पर उनके शोध ने सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए नई राहें खोलीं।
  • डॉ. उषा दत्ता: गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग की प्रमुख। उन्होंने गॉलब्लैडर कैंसर और आंत संबंधी बीमारियों में महत्वपूर्ण शोध किए हैं।
  • डॉ. साधना शर्मा और डॉ. आदित्य अग्रवाल (सेवानिवृत्त): दोनों ने अपने-अपने क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान दिया है।
  • डॉ. अरुण बरनवाल: पीडियाट्रिक्स विभाग के पूर्व फैकल्टी सदस्य, जिन्होंने बाल चिकित्सा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किए।
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