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62 साल का सफर पीजीआई ने मनाया शोध, सेवा और संकल्प का जश्न

देश के स्वास्थ्य नवाचार की धुरी बना है पीजीआई : डॉ. राजीव बहल
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विवेक शर्मा/ट्रिन्यू

चंडीगढ़, 7 जुलाई

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देश के अग्रणी स्वास्थ्य संस्थानों में से एक, पीजीआई ने सोमवार को अपने 62वें स्थापना दिवस का भावनात्मक, प्रेरक और नवाचारपूर्ण उत्सव मनाया। यह आयोजन केवल बीते वर्षों की उपलब्धियों का उत्सव नहीं था, बल्कि एक वैज्ञानिक भविष्य की झलक भी था, जहां शोध, तकनीक और सेवा मिलकर एक सशक्त भारत की कल्पना को साकार कर रहे हैं। भारत सरकार के स्वास्थ्य अनुसंधान विभाग के सचिव और आईसीएमआर के महानिदेशक डॉ. राजीव बहल ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। उन्होंने कहा कि सिर्फ दो वर्षों में 74 रिसर्च ग्रांट्स हासिल करना, पीजीआई की अटूट प्रतिबद्धता और भारत के नवाचार तंत्र में इसकी केंद्रीय भूमिका का प्रमाण है।

उन्होंने पीजीआई द्वारा क्लीनिकल ट्रायल्स व ट्रांसलेशनल रिसर्च में निभाई जा रही भूमिका को बेंच से बेडसाइड तक की यात्रा का उत्कृष्ट उदाहरण बताया। साथ ही, आईसीएमआर की आईआईटीज़ और एम्स के साथ रणनीतिक साझेदारियों का उल्लेख किया। इस अवसर पर राष्ट्रीय चिकित्सा विज्ञान अकादमी के अध्यक्ष डॉ. डी. बेहेरा विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।

संसाधनों की कमी को जुनून से करते हैं पूरा : प्रो. विवेक लाल

पीजीआई निदेशक प्रो. विवेक लाल ने स्थापना की भावना को याद करते हुए कहा कि हम संसाधनों की कमी को जुनून से पूरा करते हैं। हमारे संस्थापक जिस समर्पण के साथ आगे बढ़े, वही हमारी प्रेरणा है।

31 कर्मचारियों को किया सम्मानित

समारोह का आयोजन नाइन ऑडिटोरियम में किया गया, जिसमें डीन, विभागाध्यक्ष, फैकल्टी, रेजिडेंट डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ और अन्य कर्मचारी बड़ी संख्या में मौजूद रहे। सम्मान समारोह में 31 समर्पित कर्मचारियों को उत्कृष्ट सेवा के लिए प्रशंसा पत्र भेंट किए गए। कार्यक्रम का समापन अनुसंधान डीन प्रो. संजय जैन के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।

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