चंडीगढ़ के सेक्टर-16 स्थित सरकारी अस्पताल की रोगी कल्याण समिति की बैठक समिति के अध्यक्ष एवं सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी की अध्यक्षता में हुई। इस बैठक में अस्पताल के विकास से जुड़े विभिन्न लंबित मुद्दों पर चर्चा की गई। आगामी समय में मरीजों को बेहतर उपचार प्रदान करने के लिए 4 करोड़ रुपये के कोष का प्रस्ताव भी रखा गया। बैठक में अस्पताल के प्रतिनिधि और अन्य सदस्य भी उपस्थित थे। इस अवसर पर सांसद तिवारी ने आश्चर्य व्यक्त किया कि 37 करोड़ रुपये के कोष वाली रोगी कल्याण समिति की पिछले पांच वर्षों में एक भी बैठक नहीं हुई। लंबे समय से बैठकें न होने के कारण कई परियोजनाएं लंबित थीं। इस बीच, अस्पताल में मरीजों को बेहतर उपचार प्रदान करने के लिए लगभग 4 करोड़ रुपये की परियोजनाओं को मंजूरी दी गई। जिसमें वरिष्ठ नागरिकों को घर बैठे सुविधा उपलब्ध कराने के लिए सांसद कोटे से एक एम्बुलेंस उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया गया। इसके अलावा, रोगी कल्याण समिति में कोटे से नया स्टाफ रखा जाएगा और वरिष्ठ नागरिक मरीजों के लिए 24 घंटे हेल्पलाइन उपलब्ध रहेगी, जिन्हें किसी भी आपात स्थिति में घर से इलाज के लिए लाया जा सकेगा। इसके अलावा, अस्पताल से जुड़े मेडिकल कॉलेज के छात्रों के लिए मेडिकल जर्नल आदि और एंटी-प्लेगियरिज्म सॉफ्टवेयर खरीदने के लिए 1 करोड़ रुपये का फंड भी प्रस्तावित किया गया। बैठक के दौरान उपायुक्त निशांत कुमार यादव, निदेशक स्वास्थ्य सेवाएं डॉ. सुमन सिंह, प्रशासन द्वारा मनोनीत अधिकारी एवं सदस्य भी उपस्थित थे।