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कविता में जीवन की राहें : ‘पथ के फूल’ काव्य संग्रह का चंडीगढ़ में भव्य विमोचन

चंडीगढ़, 8 जुलाई (ट्रिन्यू) साहित्यिक सृजन की उस यात्रा में एक और पुष्प जुड़ गया जब गवर्नमेंट कॉलेज ऑफ़ एजुकेशन, सेक्टर-20 चंडीगढ़ में प्रसिद्ध कवि डॉ. विनोद कुमार शर्मा के नए काव्य संग्रह ‘पथ के फूल’ का लोकार्पण समारोह गरिमामय...
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चंडीगढ़, 8 जुलाई (ट्रिन्यू)

साहित्यिक सृजन की उस यात्रा में एक और पुष्प जुड़ गया जब गवर्नमेंट कॉलेज ऑफ़ एजुकेशन, सेक्टर-20 चंडीगढ़ में प्रसिद्ध कवि डॉ. विनोद कुमार शर्मा के नए काव्य संग्रह ‘पथ के फूल’ का लोकार्पण समारोह गरिमामय माहौल में संपन्न हुआ।

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कार्यक्रम का संचालन कॉलेज की प्राचार्या डॉ. सपना नंदा ने किया, जिन्होंने विधिवत रूप से पुस्तक का विमोचन किया। इस अवसर पर साहित्य, शिक्षा और कला क्षेत्र की कई जानी-मानी हस्तियां मौजूद रहीं, जिनमें वरिष्ठ साहित्यकार प्रेम विज, आर. के. भगत, के. के. शारदा, अमेरिका से आईं डॉ. सरिता मेहता, शिक्षाविद अंजू मोदगिल, राज विज, डॉ. सरबजीत कौर और विमला गुगलानी प्रमुख रहीं।

डॉ. सपना नंदा ने कहा, “‘पथ के फूल’ केवल कविता संग्रह नहीं, बल्कि जीवन के अनुभवों की एक जीवंत चित्रावली है, जो युवाओं को नई दिशा देती है।” उन्होंने इस अवसर पर डॉ. शर्मा को बधाई देते हुए साहित्य को समाज के विकास से जोड़ने की जरूरत पर भी बल दिया।

संग्रह की विशेषताओं पर प्रकाश डालते हुए प्रेम विज ने कहा, “डॉ. विनोद शर्मा की कविताएं पाठक के मन में सहज प्रवेश करती हैं और उन्हें आत्ममंथन के लिए प्रेरित करती हैं। भाषा, भाव और विचार—तीनों स्तरों पर ये रचनाएं अद्भुत संतुलन रखती हैं।”

आर. के. भगत ने डॉ. शर्मा को ‘प्रगतिशील दृष्टिकोण’ वाला कवि बताया तो डॉ. सरिता मेहता ने संग्रह को “पाठक से संवाद करने वाला दस्तावेज” कहा।

इस अवसर पर डॉ. विनोद कुमार शर्मा ने कहा कि कविता उनकी आत्मा की अभिव्यक्ति है और ‘पथ के फूल’ उनकी अब तक की साहित्यिक यात्रा का एक भावनात्मक पड़ाव है। उन्होंने बताया कि यह संग्रह समर्पित है डॉ. सरिता मेहता को, जिन्होंने जीवनभर मानवता की सेवा को अपना उद्देश्य बनाया।

डॉ. शर्मा ने यह भी बताया कि उनके काव्य संग्रहों की प्रस्तुति न केवल देश में बल्कि अंतरराष्ट्रीय मंचों, टीवी चैनलों और रेडियो प्रसारणों में भी सराही जा रही है।

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