पंचकूला, 5 अप्रैल (हप्र)
निजी स्कूलों द्वारा एनसीईआरटी की किताबों काे कक्षाओं में लगाने की बजाए निजी पब्लिशर्स की महंगे दामों की किताबें काे लगवाने की स्टूडेंट्स के पेरेंट्स द्वारा भारी निंदा की जा रही है। पेरेंट्स का आरोप है कि सरकार और शिक्षा विभाग स्कूलों की इस मनमर्जी काे लेकर आंखें मूंदे बैठा है। सरकार की इस खुली छूट के चलते लाेगाें काे स्कूल शुरू होते ही पूरा दिन लंबी लंबी कतारों में खड़े हाेकर वर्दी और किताबें लेनी पड़ रही हैं। जननायक जनता पार्टी पंचकूला के जिला महासचिव बीएस गौड़ ने बताया कि इन दिनों जिले का हर पेरेंट्स बच्चों की स्कूल की किताबें और वर्दी आदि काे लेकर परेशान है। यहीं नहीं यह किताेंब मात्र चुनिंदा दुकान पर ही मिलती हैं, जिसके लिए अभिभावकों काे घंटों लाइन में लगकर परेशान होना पड़ रहा है। वर्दी काे लेकर भी यही हाल है। जबकि शिक्षा विभाग और सरकार काे चाहिए की इन पर नकेल कसे।