चंडीगढ़/पंचकूला, 3 मार्च (नस)
यूक्रेन में पिछले कई दिनों से रूसी हमले के बीच दिन गुजार रहे भारतीय स्टूडेंट्स की धीरे-धीरे वापसी हो रही है। वीरवार को चंडीगढ़ में सेक्टर 20 की रहने वाली छात्रा शैली को देखकर परिवार के सदस्य फूट-फूट कर रोये। शैली के साथ यूक्रेन से मोहाली का रहने वाला छात्र सौरभ भी लौटा है। दोनों मेडिकल स्टूडेंट हैं। फिलहाल स्टूडेंट्स के लौटने से शहर में रह रहे अन्य अभिभावकों की भी उम्मीद बंधी है। जल्द अपने दिल के टुकड़ों को देखने के लिए बेताब अभिभावक दिल्ली एयरपोर्ट की तरफ कूच करना शुरू हो गये हैं।
बताया जा रहा है कि युद्ध के दौरान अस्वस्थ होने के कारण बच्चों को मेडिकल हेल्प दी जा रही है। पेरेंट्स ने मिठाई खिलाकर मुंह मीठा किया। शैली का कहना है कि वे रेलगाड़ी से सफर कर रहे थे, उनकी रेलगाड़ी कई जगहों पर रुकी। इन हालात में परिवार के साथ संपर्क नहीं होने से चिंता बढ़ती गई। बता दें कि यूक्रेन की स्थिति बिगड़ गई है। चंडीगढ़ प्रशासन की तरफ से लगातार यूक्रेन में फंसे हुए स्टूडेंट्स के पेरेंटस से संपर्क साधा जा रहा है।
ह्यूमन राइट्स के सदस्यों ने निकाला कैंडल मार्च
नेशनल ह्यूमन राइट्स सोशल जस्टिस काउंसिल आफ इंडिया की तरफ से यूक्रेन में फंसे हुए स्टूडेंट्स के सकुशल भारत लौटने की कामना करते हुए सेक्टर 17 प्लाजा में कैंडल मार्च निकाला। इस कैंडल मार्च में कमलजीत सिंह पंछी की अध्यक्षता में कैंडल मार्च निकाला। कैंडल मार्च में सैकड़ों सदस्य एकत्रित हुए।