चंडीगढ़, 21 जून (ट्रिन्यू)
पंजाब यूनिवर्सिटी नान-टीचिंग स्टाफ एसोसिएशन (पूसा) प्रधान हनी ठाकुर और महासचिव बलजिंदर सिंह ने चांसलर एवं देश के उप-राष्ट्रपति एम वैंकेया नायडू को एक पत्र लिखकर पीयू में सेंट्रल रूल लागू न करने की अपील की है। पूसा की ओर से भेजे गये इस पत्र में कहा गया है कि पीयू में पहले से ही यूजीसी ग्रेड और सेंट्रल रूल लागू हैं।
इंटर स्टेट बॉडी कारपोरेट होने के नाते पीयू को केंद्र से 90 फीसदी ग्रांट मिलती है। यहां की फैकल्टी का उद्देश्य केवल मात्र रिटायरमेंट ऐज 65 साल कराना है।
हाईकोर्ट और री-इम्पलायमेंट के जरिये अधिकांश टीचर 65 साल तक ही नौकरी कर रहे हैं। जबकि दूसरी ओर नान-टीचर्स को केंद्र के नियम लागू होने से वित्तीय घाटा उठाना पड़ेगा क्योंकि उन्हें पंजाब की तर्ज पर ज्यादा बेहतर स्केल मिल रहे हैं। इतना ही नहीं पीयू में पंजाब के दो विधायक भी सीनेटर होते हैं। मुख्यमंत्री और शिक्षामंत्री व डीपीआई पदेन सदस्य होते हैं।