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Ophthalmology Insights सीओएस कांफ्रेंस में विशेषज्ञों का दावा : कॉर्निया ट्रांसप्लांट अब अकेला विकल्प नहीं रहेगा

भविष्य में नेत्र रोगियों के लिए सिर्फ कॉर्निया ट्रांसप्लांट ही उपचार का विकल्प नहीं रहेगा। रिजनरेटिव तकनीकें इलाज की दिशा बदलेंगी और मरीजों को नई उम्मीद देंगी। यही संदेश 36वीं वार्षिक चंडीगढ़ ऑप्थैल्मोलॉजिकल सोसायटी (सीओएस) कांफ्रेंस से उभरा। दो दिवसीय...
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भविष्य में नेत्र रोगियों के लिए सिर्फ कॉर्निया ट्रांसप्लांट ही उपचार का विकल्प नहीं रहेगा। रिजनरेटिव तकनीकें इलाज की दिशा बदलेंगी और मरीजों को नई उम्मीद देंगी। यही संदेश 36वीं वार्षिक चंडीगढ़ ऑप्थैल्मोलॉजिकल सोसायटी (सीओएस) कांफ्रेंस से उभरा। दो दिवसीय (23-24 अगस्त) इस संगोष्ठी में ट्राईसिटी और देशभर से करीब 250 नेत्र रोग विशेषज्ञ और आई-केयर प्रोफेशनल्स शामिल हुए।

कांफ्रेंस का आयोजन सीओएस अध्यक्ष डॉ. अमित गुप्ता और सचिव डॉ. पारुल इच्हपूजानी के नेतृत्व में हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ आईकॉनिक-2025 के उद्घाटन से हुआ, जिसे पीजीआई के पूर्व निदेशक डॉ. केके तलवार ने संपन्न किया।

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डॉ. एडी ग्रोवर मेमोरियल ऑरेशन में एलवी प्रसाद आई इंस्टीट्यूट, हैदराबाद के डॉ. प्रशांत गर्ग ने कॉर्नियल रोगों और सामुदायिक नेत्र स्वास्थ्य पर चर्चा की। वहीं, प्रो. आई. एस. जैन मेमोरियल ऑरेशन में एम्स, नई दिल्ली की डॉ. नम्रता शर्मा ने ‘कॉर्निया: फ्रॉम रिप्लेसमेंट टू रिजनरेशन’ विषय पर व्याख्यान दिया। उन्होंने बताया कि आने वाले वर्षों में पुनर्जनन तकनीकें कॉर्नियल रोगियों के लिए उपचार का नया और प्रभावी विकल्प होंगी।

सम्मेलन के दौरान बाल नेत्र देखभाल, नेत्र चिकित्सा में नवाचार और युवा विशेषज्ञों के लिए मंच जैसे विषयों पर सत्र आयोजित हुए। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, आधुनिक सर्जिकल तकनीक और डिजिटल टूल्स के उपयोग पर भी विशेष चर्चा हुई।

सम्मान और उपलब्धियां

बेस्ट फ्री पेपर अवॉर्ड डॉ. अभा गुप्ता को ग्लॉकोमा में विटामिन बी12 और फोलेट की भूमिका पर शोध के लिए मिला। बेस्ट चैलेंजिंग केस अवॉर्ड एडवांस्ड आई सेंटर, पीजीआईएमईआर के डॉ. मनु शर्मा को प्रदान किया

गया। पीजी विद्यार्थियों की क्विज़ प्रतियोगिता में जीएमसीएच-32 की टीम (डॉ. वर्णिका आदिति सिंह और डॉ. अरुषि अग्रवाल) प्रथम रही, जबकि पीजीआईएमईआर की टीम (डॉ. प्रणव सुरवसे और डॉ. आशीष सुनकरापल्ली) दूसरे स्थान पर रही।

इस अवसर पर पीजीआईएमईआर के पूर्व डीन डॉ. आमोद गुप्ता को लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड देकर सम्मानित किया गया। उन्हें नेत्र चिकित्सा में नवाचार और शिक्षा का पथप्रदर्शक माना गया। कार्यक्रम के दौरान सीओएस न्यूजलेटर का भी विमोचन किया गया।

 

 

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