आदित्य शर्मा/नस
चंडीगढ़/पंचकूला, 3 फरवरी
चंडीगढ़ में कोविड की तीसरी लहर में संक्रमण के कम होते प्रभाव और लोगों को वैक्सीनेशन की दोनों डोज लगी होने के कारण आज प्रशासक की तरफ से अन्य पाबंदियां भी हटा दी गई हैं। बृहस्पतिवार को प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित की अध्यक्षता में हुई वार रूम की बैठक में कई अहम फैसले लिए गए। बैठक में सलाहकार धर्म पाल, डीजीपी परवीर रंजन, वित्त सचिव डॉ. विजय नामदेवराव जाडे, स्वास्थ्य सचिव यशपाल गर्ग, उपायुक्त विनय प्रताप सिंह मौजूद रहे।
अधिकारियों के साथ विस्तृत चर्चा के बाद प्रशासक ने सेक्टर 16 के जीएमएसएच और सेक्टर 32 स्थित जीएमसीएच को 50 फीसदी मरीजों के साथ ओपीडी फिर से खोलने के निर्देश दिए। उन्होंने पीजीआई में रोजाना ओपीडी में आने वाले मरीजों की संख्या 4 हजार से बढ़ाकर 6000 करने संबंधी प्रयासों को तेज करने पर बल दिया। हालांकि, तीनों अस्पतालों में रोजाना पहले की तरह ही टेलिमेडिसन जारी रहेगी। मरीज टेलिफोन के माध्यम से डाॅक्टरों से दवाइयों व इलाज के बारे में संपर्क कर सकेंगे।
प्रशासक ने कहा कि रात 12.30 से सुबह 5 बजे के बीच नाइट कर्फ्यू रहेगा। सभी गैर जरूरी गतिविधियों के लिए व्यक्तियों का आना-जाना प्रतिबंधित रहेगा।
100 से 200 लोगों तक सीमित होंगे समारोह
किसी भी उद्देश्य के लिए समारोह इनडोर 100 व्यक्तियों और आउटडोर के लिए 200 व्यक्तियों तक सीमित होना चाहिए। हालांकि इनडोर और आउटडोर दोनों सभाओं में व्यक्तियों की कुल संख्या आयोजन स्थल की क्षमता के 50 प्रतिशत से अधिक नहीं होनी चाहिए। चंडीगढ़ में सरकारी व निजी कार्यालयों में कर्मचारियों की संख्या पर लगा प्रतिबंध भी हटा दिया गया है। कार्यालयों और बैंकों में अब 100 प्रतिशत कर्मचारी उपस्थित रह कर काम कर सकेंगे। वहीं, होम डिलीवरी सहित सभी होटल, रेस्टोरेंट, कॉफी शॉप, खाने की जगह आदि को देर रात 12 बजे तक काम करने की अनुमति होगी।