ओपी कटारे पीयू डीपीआईआईटी-आईपीआर चेयर प्रोफेसर नियुक्त
चंडीगढ़, 24 मई (ट्रिन्यू )पंजाब विश्वविद्यालय (पीयू) ने विश्वविद्यालय फार्मास्यूटिकल साइंसेज (यूआईपीएस) के प्रोफेसर ओपी कटारे (सेवानिवृत्त) को भारत सरकार के वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) की प्रतिष्ठित योजना के तहत डीपीआईआईटी आईपीआर चेयर प्रोफेसर के रूप में नियुक्त किया है। पीयू कुलपति प्रोफेसर रेणु विग द्वारा की गई यह नियुक्ति, राष्ट्रीय आईपीआर नीति के अनुरूप समग्र शिक्षा और शैक्षणिक जगत के लिए आईपीआर में शिक्षण और अनुसंधान योजना (एसपीआरआईएचए) के तहत सरकार की रणनीतिक पहल का हिस्सा है। ओपीआर के क्षेत्र में मजबूत शिक्षा, अनुसंधान और आउटरीच के माध्यम से नवाचार आधारित विकास को बढ़ावा देने के लिए देश भर के चुनिंदा शैक्षणिक संस्थानों में डीपीआईआईटी आईपीआर चेयर स्थापित की गई हैं। अपनी नई भूमिका में प्रो. कटारे पीयू में बौद्धिक संपदा (आईपी) पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने की पहल का नेतृत्व करेंगे। उनके कार्यक्षेत्र में आईपी जागरूकता को बढ़ावा देना, क्षमता निर्माण कार्यक्रमों को सुविधाजनक बनाना, युवा शोधकर्ताओं को मार्गदर्शन देना और अकादमिक पाठ्यक्रम में आईपीआर शिक्षा को एकीकृत करना शामिल है। प्रो. कटारे एक जाने माने शिक्षाविद् और शोधकर्ता हैं जिनका करियर चार दशकों से अधिक का है। पीयू में उन्होंने कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है, जिनमें यूआईपीएस के अध्यक्ष (2005-2008), फार्मा संकाय के डीन शामिल हैं। विज्ञान (2012-2013), और अनुसंधान संवर्धन प्रकोष्ठ के निदेशक (2015-2017)। वह जर्मनी के हीडलबर्ग स्थित फॉस्फोलिपिड रिसर्च सेंटर के संस्थापक सदस्य भी हैं, तथा पीजीआईएमईआर, चंडीगढ़ की उच्चस्तरीय सलाहकार समितियों के सम्मानित योगदानकर्ता भी हैं।
लिपोसोम आधारित नैनो प्रौद्योगिकी में उनके अग्रणी अनुसंधान के परिणामस्वरूप 12 पेटेंट स्वीकृत हुए हैं।