Online Auction Fraud : ऑनलाइन नीलामी का झांसा, व्हाट्सएप ग्रुप में फंसाकर 14 लाख की ठगी, चंडीगढ़ पुलिस ने मुंबई से गिरफ्तार किए 3 आरोपी
विवेक शर्मा/चंडीगढ़, 18 जून
Chandigarh Crime News : ऑनलाइन वाहन नीलामी के नाम पर एक कारोबारी से ₹14.13 लाख की ठगी करने वाले तीन साइबर ठगों को चंडीगढ़ पुलिस की साइबर क्राइम टीम ने मुंबई से गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने व्हाट्सएप पर 'बैंक ऑक्शन व्हीकल' नाम का ग्रुप बनाकर जाल बिछाया और दो कारों का सौदा कर बड़ी रकम ऐंठ ली। यह कार्रवाई एसपी (साइबर) गीतांजलि खंडेलवाल, डीएसपी ए. वेंकटेश और एसएचओ इंस्पेक्टर एरम रिजवी के नेतृत्व में की गई।
कैसे रचा ठगी का जाल:
शिकायतकर्ता गुरदियाल सिंह ने बताया कि नवंबर 2024 में उन्हें अंजान नंबर से एक लिंक मिला, जिसे क्लिक करते ही वे व्हाट्सएप ग्रुप में जुड़ गए। कुछ दिन बाद उन्हें दो गाड़ियों — HR02AV8475 और JK02DH7986 — की जानकारी दी गई, जो कथित तौर पर हरिद्वार और जम्मू के यार्ड में खड़ी थीं। पुष्टि के बाद उन्होंने ₹14,13,890/- की राशि विभिन्न बैंक खातों में ट्रांसफर कर दी। जब उनके स्टाफ ने वहां जाकर वाहन लेने की कोशिश की तो पता चला कि गाड़ियां बेची ही नहीं गई थीं। आरोपी फोन बंद कर फरार हो गए।
मुंबई से हुई गिरफ्तारी:
पुलिस ने तकनीकी निगरानी और सुरागों के आधार पर मुंबई के सतरस्ता, अग्रिपाड़ा और जैकब सर्कल में छापेमारी कर तीन आरोपियों को पकड़ा -
1. कुरणाल उर्फ कुनाल तलासानिया (23)
2. अजय झामुरिया (19)
3. रोनित जाधव (21)
पता चला कि आरोपी 5 से 7% कमीशन पर फर्जी केवाईसी किट देकर बैंक खाते खुलवाते थे, जिनका इस्तेमाल ठगी में होता था।
क्या मिला:
पुलिस ने 2 मोबाइल फोन और सक्रिय सिम कार्ड जब्त किए हैं।
अभी जांच जारी:
आरोपी पुलिस रिमांड पर हैं। उनसे पूछताछ में और भी साइबर अपराधों के खुलासे की उम्मीद है। साथ ही ठगी के नेटवर्क में जुड़े अन्य लोगों की तलाश की जा रही है।
जनता के लिए चेतावनी:
-अंजान ग्रुप या लिंक पर क्लिक न करें।
-बड़ी रकम भेजने से पहले वैरिफिकेशन करें।
-किसी को भी अपने बैंक अकाउंट या सिम कार्ड का इस्तेमाल न करने दें।
-खुद को सरकारी अधिकारी बताने वाले कॉल्स से सतर्क रहें।