शराफत को कमजोरी न समझें अधिकारी, हर दफ्तर का होगा औचक निरीक्षण : चंद्रमोहन
पंचकूला से कांग्रेस विधायक और पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्रमोहन ने बृहस्पतिवार को विधानसभा के अध्यक्ष हरविंदर कल्याण को एक विस्तृत प्रतिनिधित्व सौंपकर नगर निगम पंचकूला के आयुक्त और अन्य स्थानीय अधिकारियों द्वारा लगातार विधानसभा सदस्य के विशेषाधिकार हनन की घटनाओं...
पंचकूला से कांग्रेस विधायक और पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्रमोहन ने बृहस्पतिवार को विधानसभा के अध्यक्ष हरविंदर कल्याण को एक विस्तृत प्रतिनिधित्व सौंपकर नगर निगम पंचकूला के आयुक्त और अन्य स्थानीय अधिकारियों द्वारा लगातार विधानसभा सदस्य के विशेषाधिकार हनन की घटनाओं के खिलाफ सख़्त कार्रवाई की मांग की है।
विधायक ने कहा कि कुछ अधिकारी, पंचकूला की जनता द्वारा दिए गए स्पष्ट जनादेश को स्वीकार न कर पाने वाले कुछ लोगों के इशारे पर, लगातार विधायक के पद, अधिकार और मर्यादा को ठेस पहुंचा रहे हैं। ऐसे में अब जब स्थानीय पार्षदों और जनता ने इस मामले को लेकर चंद्रमोहन से कार्यवाही की मांग की है, तो चंद्रमोहन ने विधानसभा स्पीकर को पत्र लिखा है। साथ ही उन्होंने कहा है कि उनकी शराफत को अधिकारी कमजोरी न समझें। वह निरंतर प्रयासरत हैं कि आमजन की समस्याओं का समाधान हो, परंतु विभिन्न विभागों में अनियमिताएं उनके संज्ञान में हैं। ऐसे में हर दफ्तर का औचक निरीक्षण निरंतर जारी रहेगा।
दरअसल,संविधान दिवस के कार्यक्रम का आयोजन नगर निगम पंचकूला द्वारा किया गया जिसमें स्थानीय विधायक को निमंत्रण नहीं दिया गया। जब स्थानीय पार्षदों ने कार्यक्रम में इसका विरोध दर्ज करवाया तो केवल औपचारिकता के लिए एक घंटे पहले कमिश्नर ने फोन किया। चंद्रमोहन किसी काम से उस समय बाहर थे और उन्हें कार्यक्रम की कोई सूचना नहीं थी। चंद्रमोहन ने बताया कि यह घटना कोई पहली नहीं है। कई मौकों पर निगम और अन्य विभागों के अधिकारी उन्हें योजनाओं, बैठकों, निरीक्षण, उद्घाटन और सरकारी कार्यक्रमों में जानबूझकर शामिल नहीं करते। उन्होंने इसे विधायक के संवैधानिक कर्तव्यों में बाधा डालने वाला कृत्य बताया।

