जोगिंद्र सिंह/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 22 अप्रैल
पंजाब विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजकुमार पर पूटा ने आरोप लगाया है कि साइंस विभागों के चेयरपर्सन्स की बैठक के दौरान कुलपति ने उनसे अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल किया जो एक शिक्षक के सम्मान और उसकी गरिमा के खिलाफ है। वीसी को लिखे पत्र में पूटा ने कहा है कि 19 अप्रैल को हुई मीटिंग में चेयरपर्सन के साथ अच्छा व्यवहार नहीं हुआ। बैठक में नैक टीम के दौरे और नई शिक्षा नीति (एनईपी) को लागू करने को लेकर कुलपति ने कई बातें कहीं। इसी में बात करते हुए उन्होंने एनईपी लागू करने को लेकर सभी विभागाध्यक्षों से अपनी टीमें बनाकर सेमिनार कराने की नसीहत दी। बैठक में मौजूद एक विभागाध्यक्ष ने बताया कि कुलपति ने तल्खी में यहां तक कमेंट कर दिया कि उनकी शक्लें देखकर लगता नहीं कि नई शिक्षा नीति लागू कर पायेंगे। इसी तरह से अपने भाषण के दौरान उन्होंने कई बार सातवें वेतन आयोग को लेकर भी ऐसा व्यंग्य कसा जो टीचर्स को नागवार गुजर रहा है। दरअसल हररोज होने वाले धरने-प्रदर्शनों से परेशान आये कुलपति ने विभागाध्यक्षों द्वारा अपने स्तर पर इनका निपटान न किये जाने से थोड़े खफा चल रहे हैं। उन्होंने विभाग प्रमुखों से नैक टीम के दौरे से पहले आईक्यूएस सैल को सारा डेटा देने को भी कहा। पूटा प्रधान डॉ. मृत्युंजय कुमार और सचिव अमरजीत नौरा ने इस पर कड़ा एतराज जताया है और कुलपति द्वारा इस तरह की भाषा के इस्तेमाल का कड़ा विरोध किया। पूटा ने कहा है कि महामारी जैसे कठिन समय में भी टीचर्स ने एकेडमिक और एडमिनिस्ट्रेटिव काम अच्छे से किये और टीचर्स की कमी के बावजूद शोध, शिक्षण में अच्छे नतीजे दिये फिर भी कुलपति द्वारा उन्हें निरुत्साहित किया जाना अत्यंत दुख:द है। पूटा का कहना है कि कुुलपति को टीचर्स की हौसला अफ्जाई करनी चाहिए ताकि वे और आत्मविश्वास व पेशेवर तरीके से अपना काम कर सकें।
अशालीन बर्ताव से इनकार
पीयू प्रवक्ता ने इस बारे में डीयूआई के हवाले से कहा कि मीटिंग नैक दौरे और एनईपी को लेकर चेयरपर्सन्स की तैयारी को लेकर थी। आईक्यूएसी सैल को विभागों से सेल्फ असेस्मेंट रिपोर्ट बनाने के लिये सूचनाएं चाहिए जो अभी विभागों को देनी हैं ताकि पाठ्यक्रम को नैक के मुताबिक तैयार किया जा सके। उन्होंने टीचर्स के बारे में किसी प्रकार की अशालीन बर्ताव से इनकार किया है। वैसे सीनेटर व पूटा सदस्य प्रवीण गोयल ने पूटा के आरोपों को ओच्छी राजनीति बताया और कहा कि चेयरपर्सन्स को लेकर लगाये गये आरोप दुर्भाग्यपूर्ण हैं, वे पूटा से कैंपस का माहौल खराब न करने की अपील करते हैं।