Obesity शहरी भारत पर मोटापे का संकट, हर तीसरा व्यक्ति प्रभावित
Obesity मोटापा अब केवल लाइफस्टाइल की समस्या नहीं रहा, बल्कि गंभीर बीमारियों का कारण बनता जा रहा है। लैंसेट पत्रिका में छपे एक अध्ययन के अनुसार भारत दुनिया में मोटापे के मामलों में तीसरे स्थान पर है। अमेरिका और चीन के बाद सबसे ज्यादा ओवरवेट लोग भारत में हैं।
चंडीगढ़ में पार्क अस्पताल की टीम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि देश की 70 प्रतिशत शहरी आबादी ओवरवेट या मोटापे की शिकार है। इस दौरान एंडोक्राइनोलॉजी, डायबिटीज और ओबेसिटी सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (सीईईडीओ) के चेयरमैन डॉ. सुशील कोटरू ने कहा कि भारत के 30 मिलियन वयस्क अधिक वजन वाले हैं और 62 मिलियन लोग डायबिटीज से ग्रस्त हैं।
मोटापा और उससे जुड़ी बीमारियां
डॉ. कोटरू ने बताया कि मोटापा टाइप-2 डायबिटीज, स्लीप एपनिया, ऑस्टियोआर्थराइटिस, हार्ट फेल, कैंसर और डिप्रेशन जैसी कई बीमारियों का कारण बनता है। वैश्विक स्तर पर मोटापे से होने वाली लागत सालाना 2 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच चुकी है।
कब बदलना चाहिए तरीका?
सीनियर एसोसिएट डायरेक्टर, बैरियाट्रिक और मेटाबोलिक सर्जरी डॉ. अमित गर्ग ने कहा कि अगर वजन का सिर्फ 5 से 10 प्रतिशत भी कम हो जाए तो कई गंभीर बीमारियों का खतरा घट सकता है। फिटनेस, डाइट और एक्सरसाइज से अच्छे नतीजे मिलते हैं, लेकिन कई मामलों में आधुनिक चिकित्सा पद्धति ही सबसे असरदार विकल्प बन जाती है।
डियाबेसिटी बन रही नई चुनौती
चीफ डायटीशियन लीना कोटरू ने कहा कि भारत में 60 प्रतिशत डायबिटीज मरीजों को ‘डियाबेसिटी’ (डायबिटीज + मोटापा) है। इनमें से करीब 25-30 प्रतिशत मरीजों का बीएमआई 30 से अधिक है। उन्होंने चेताया कि मौजूदा रफ्तार जारी रही तो 2030 तक दुनिया के आधे से ज्यादा लोग मोटापे की चपेट में होंगे।
मोटापे के बड़े खतरे
- उच्च रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल
- दिल की बीमारियां और स्ट्रोक
- डायबिटीज
- कैंसर और फैटी लीवर
- अवसाद और नींद की समस्या
वजन घटाने के आसान टिप्स
- ताजे फल और हरी सब्जियां खाएं, तली-भुनी चीजें कम करें
- हर 2-3 घंटे में थोड़ी-थोड़ी मात्रा में खाएं
- चीनी, शराब और वसायुक्त चीजों से दूरी बनाएं
- रोजाना व्यायाम करें, लिफ्ट की जगह सीढ़ियां अपनाएं
- लंबे समय तक एक ही जगह न बैठें, बीच-बीच में ब्रेक लें