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पीजीआई में नशे के खिलाफ नर्सिंग स्टूडेंट्स की हुंकार

वॉकथॉन बनी युवाओं की प्रेरणा, सड़कों पर गूंजे जागरूकता के नारे
पीजीआई चंडीगढ़ में आयोजित वॉकथॉन की अगुवाई करते हुए चिकित्सा अधीक्षक प्रो. विपिन कौशल। – ट्रिब्यून फोटो
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चंडीगढ़, 4 मई (ट्रिन्यू)

रविवार सुबह पीजीआई का परिसर एक अलग ही ऊर्जा से सराबोर था। सफेद कोट पहने नर्सिंग के छात्रों ने हाथों में नशामुक्ति के संदेशों के साथ वॉकथॉन में हिस्सा लिया और ‘ड्रग फ्री चंडीगढ़’ का संकल्प दोहराया। यह आयोजन नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग एजुकेशन (नाइन), पीजीआई द्वारा किया गया, जिसका उद्देश्य था नशे के खिलाफ चेतना फैलाना और युवाओं को इस अभियान से जोड़ना। कार्यक्रम की शुरुआत पीजीआई के चिकित्सा अधीक्षक प्रो. विपिन कौशल और नाइन की प्रिंसिपल डॉ. सुखपाल कौर ने झंडी दिखाकर की। उन्होंने छात्रों की भागीदारी और जोश की सराहना करते हुए कहा कि यह सिर्फ एक आयोजन नहीं, एक आंदोलन की शुरुआत है।

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ड्रग फ्री चंडीगढ़ सिर्फ नारा नहीं, एक मिशन है : प्रो. कौशल

प्रो. विपिन कौशल ने कहा कि जब युवाओं की ऊर्जा सही दिशा में लगती है, तो वे समाज में बड़ा बदलाव ला सकते हैं। वहीं, डॉ. कौर ने कहा कि नर्सिंग छात्र सिर्फ अस्पतालों तक सीमित नहीं रहते, बल्कि समाज में जागरूकता फैलाने वाले सच्चे बदलावकर्ता हैं।

सड़कों पर गूंजा नशामुक्ति का संदेश

छात्रों ने नारे लगाए – ‘नशे को ना, जीवन को हां’, ‘सेहत से बड़ा कोई नशा नहीं’। राह चलते लोग भी कुछ देर के लिए ठहरकर इस अनोखी पहल का हिस्सा बने। किसी ने वीडियो बनाए, तो किसी ने तालियां बजाकर हौसला बढ़ाया।

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