अब आंदोलन की राह पर टीडीआई क्षेत्र के लोग
निवासियों का कहना है कि 2021 की अधिसूचना में पूरा टीडीआई क्षेत्र मोहाली नगर निगम के अधीन घोषित किया गया था, जिससे लोगों में उम्मीद जगी थी कि विकास कार्यों को गति मिलेगी। मगर नई अधिसूचना में छोटे टीडीआई क्षेत्र को बाहर कर देना हजारों परिवारों के साथ अन्याय है। उनका कहना है कि यह कदम इलाके को विकास की मुख्यधारा से काटने जैसा है।
लोगों ने कहा कि वे लंबे समय से सड़क, सफाई और सीवरेज जैसी बुनियादी सुविधाओं की कमी झेल रहे हैं। बिल्डर की मनमानी और लापरवाही से परेशान होकर कई बार धरने और शिकायतें कीं, लेकिन कोई समाधान नहीं मिला। अब जब नगर निगम में शामिल होने की उम्मीद जगी थी, तो नई अधिसूचना ने उन्हें एक बार फिर निराश कर दिया।
इस मौके पर एडवोकेट गौरव गोयल, विजय सैनी, सुखजिंदर सिंह (प्रधान, सनी बसंत कॉलोनी) सहित 21 एसोसिएशनों की संयुक्त कमेटी के सदस्य और बड़ी संख्या में स्थानीय निवासी मौजूद रहे।
विधायक ने प्रतिनिधिमंडल को दिया भरोसा
विधायक कुलवंत सिंह ने प्रतिनिधिमंडल की बातें ध्यानपूर्वक सुनीं और भरोसा दिलाया कि वे इस मुद्दे को मुख्यमंत्री और स्थानीय सरकार मंत्री के समक्ष रखेंगे। उन्होंने कहा कि वे स्वयं एसोसिएशनों के प्रतिनिधियों को साथ लेकर समाधान की दिशा में पहल करेंगे।
टैक्स देने को तैयार लोग
विधायक ने स्पष्ट किया कि यदि क्षेत्र नगर निगम सीमा में शामिल होता है, तो पहले दिन से ही प्रॉपर्टी टैक्स लागू होगा और साथ ही बिल्डर को दिया जाने वाला मेंटेनेंस टैक्स भी देना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि विकास कार्य तभी शुरू होंगे जब नगर निगम बिल्डर से क्षेत्र का औपचारिक टेकओवर करेगा। एसोसिएशन सदस्यों ने कहा कि वे टैक्स देने को तैयार हैं, पर अब किसी भी सूरत में पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने कहा, ‘हमने बरसों तक इंतजार किया है, अब हम अपने क्षेत्र का हक लेकर रहेंगे।’
