अब वर्दी में नजर आयेंगे चंडीगढ़ के सरकारी स्कूलों में गुरुजी!
उनभ अग्निहोत्री/हप्र
मनीमाजरा (चंडीगढ़), 8 जुलाई (हप्र) : चंडीगढ़ के शिक्षा विभाग ने सरकारी स्कूलों के सभी प्रिंसिपलों और टीचिंग स्टाफ के लिए यूनिफाॅर्म ड्रेस कोड लागू करने का फैसला लिया है, जो 20 जुलाई से प्रभावी होगा। हालाकि 20 जुलाई को रविवार है, ऐसे में 21 जुलाई को सभी टीचर्स यूनिफाॅर्म पहन कर स्कूल आयेंगे। शिक्षकों को सप्ताह में एक बार सोमवार को यूनिफाॅर्म पहन कर आनी होगी। साथ ही कभी-कभी विशेष अवसरों पर भी यह ड्रेस कोड लागू किया जा सकता है, जैसा कि स्कूल प्रमुख या शिक्षा अधिकारी तय करेंगे।
शिक्षा विभाग का कहना है कि जैसे छात्र एक जैसी यूनिफॉर्म पहनकर स्कूल में अनुशासन और समानता की भावना दिखाते हैं, वैसे ही टीचरों का भी एक जैसा ड्रेस कोड स्कूल में अनुशासन, एकता और प्रोफेशनल माहौल को बढ़ावा देगा। इससे स्कूल की छवि पर भी अच्छा असर पड़ेगा और स्टाफ छात्रों के लिए एक उदाहरण पेश कर सकेगा।
बहरहाल, चंडीगढ़ देश का पहला केंद्र शासित प्रदेश बन गया है, जिसने अपने सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के लिए ड्रेस कोड अनिवार्य कर दिया है। प्रशासक गुलाब चंद कटारिया के निर्देश पर शिक्षा विभाग ने यह महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। विभाग का मानना है कि इस कदम से शिक्षकों का आत्मसम्मान बढ़ेगा और छात्रों पर भी इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
अप्रैल में धनास स्कूल से हुई थी शुरुआत
इस नए नियम की शुरुआत अप्रैल में धनास स्थित पीएम श्री गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल से की गई थी। प्रशासक ने इस कदम की सराहना करते हुए कहा कि समान ड्रेस कोड शिक्षकों के बीच समानता और गर्व की भावना को जन्म देगा। उनका मानना है कि इससे स्कूल का वातावरण और भी अधिक अनुशासित और प्रेरणादायक बनेगा। यूनिफाॅर्म ड्रेस कोड के तहत महिला प्रिंसिपल को गोल्डन या बेज बाॅर्डर के साथ मैरून साड़ी व मैरून ब्लाउज पहनना होगा। साथ ही वे गोल्डन या बेज दुपट्टा के साथ मैरून सलवार सूट भी पहन सकती हैं। वहीं, पुरुष प्रिंसिपल को व्हाइट शर्ट और ग्रे ट्राउजर पहनना होगा, जबकि महिला शिक्षकों को गोल्डन या बेज बाॅर्डर के साथ आइवरी साड़ी और ब्लाउज पहनना होगा। वे आइवरी कलर का सूट (सलवार या पैंट) एक शेड गहरे दुपट्टे के साथ भी पहन सकती हैं। वहीं पुरुष शिक्षकों को ब्लू फाॅर्मल शर्ट और ग्रे ट्राउजर पहनने के लिए कहा गया है।