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अब हाथ उठाकर पार्षद करेंगे मेयर का चुनाव

चंडीगढ़ की राजनीति में नया घटनाक्रम: प्रशासक गुलाबचंद कटारिया ने दी मंजूरी
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एस. अग्निहोत्री/ हप्र

मनीमाजरा (चंडीगढ़), 24 जून

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वर्ष 2024 में चंडीगढ़ के मेयर चुनाव में हुई कथित धांधली के बाद अगले साल जनवरी 2026 से मेयर चुनाव गुप्त मतदान की जगह हाथ खड़े कराकर करवाए जाएंगे। प्रशासन की ओर से तैयार किए गए प्रस्ताव पर मंगलवार को पंजाब के राज्यपाल व चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाबचंद कटारिया ने मंजूरी दे दी। प्रशासक ने चंडीगढ़ नगर निगम के विनियम 6 में संशोधन को मंजूरी प्रदान कर दी है। इस संशोधन के अंतर्गत अब मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर का चयन गुप्त मतदान की बजाय हाथ उठाकर मतदान के माध्यम से किया जाएगा। वर्तमान में मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर के चुनाव बैलेट पेपर के माध्यम से हुए हैं, जिसमें एक-एक करके पार्षद गुप्त वोट डालते हैं। अनिल मसीह कांड के बाद यह सवाल उठे थे कि जब 35 पार्षदों ने ही वोट डालना है और ये सभी पार्षद किसी पार्टी के सिंबल पर चुनाव जीत कर आए हैं तो गुप्त मतदान क्यों कराया जाता है। इसकी जगह हाथ खड़े करके चुनाव कराने की मांग की गई थी।

नगर निगम की स्थापना 1996 में होने के बाद से अब तक मेयर का चुनाव हमेशा गुप्त मतदान के जरिए होता रहा है लेकिन अब 2026 से इसे बदलकर पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए हाथ उठाकर मतदान प्रणाली लागू की जा रही है। इस संबंध में कटारिया ने कहा कि इस नई प्रणाली के लागू होने से चयन प्रक्रिया में अधिक पारदर्शिता सुनिश्चित होगी तथा जनप्रतिनिधियों की भूमिका अधिक स्पष्ट और उत्तरदायी बनेगी। उन्होंने आशा व्यक्त की कि इससे निगम की कार्यप्रणाली और संचालन में सुधार होगा और लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में विश्वास और मजबूती बढ़ेगी।

अधिक पार्षद वाली पार्टी को मिलेगा ज्यादा फायदा

हाथ खड़े करके वोट कराने पर सबसे ज्यादा फायदा उस पार्टी को मिलेगा जिसके पास अधिक पार्षद हैं, क्योंकि कोई भी पार्षद यदि क्रॉस-वोटिंग करता है तो वह सार्वजनिक रूप से सामने आ जाएगा। इससे पार्टी के खिलाफ मतदान करने वालों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करना आसान हो जाएगा। पिछले चुनाव में भी आम आदमी पार्टी और कांग्रेस गठबंधन के कई पार्षदों ने भाजपा को वोट दिया लेकिन गुप्त मतदान होने की वजह से आज तक किसी पार्षद पर कार्रवाई नहीं हो पाई है।

दलबदल विरोधी कानून हो लागू: लक्की

चंडीगढ़ कांग्रेस ने प्रशासन द्वारा मेयर चुनाव में हाथ उठाकर मतदान की अनुमति देने के फैसले का गर्मजोशी से स्वागत किया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एच.एस. लक्की ने इस साहसिक निर्णय के लिए प्रशासक का धन्यवाद किया। लक्की ने कहा कि चंडीगढ़ कांग्रेस और सांसद मनीष तिवारी इस फैसले की लंबे समय से मांग कर रहे थे। यह निर्णय न केवल राजनीति को स्वच्छ बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि इससे चंडीगढ़ नगर निगम और उसके पार्षदों की छवि भी बेहतर होगी, जो लगातार हॉर्स ट्रेडिंग के आरोपों का सामना कर रहे हैं। लक्की ने मांग की कि निगम में भी दलबदल विरोधी कानून को तत्काल लागू किया जाए ।

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