मनीमाजरा में एनओसी फाइलें वर्षों से लंबित, लोग बेहाल
नगर निगम के मनीमाजरा सब-ऑफिस में मकानों और दुकानों की सैकड़ों एनओसी (अनापत्ति प्रमाण पत्र) से जुड़ी फाइलें वर्षों से लंबित पड़ी हैं। इस देरी के कारण न तो संपत्तियों की रजिस्ट्री हो पा रही है और न ही लोग बैंक से ऋण जैसी बुनियादी सुविधाएं प्राप्त कर पा रहे हैं। व्यापार मंडल के अध्यक्ष मलकीत सिंह ने स्थिति को अत्यंत गंभीर बताते हुए कहा कि लोगों को बार-बार नगर निगम कार्यालय के चक्कर लगाने पड़ते हैं, लेकिन फाइलों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही। उन्होंने आरोप लगाया कि नगर निगम आयुक्त द्वारा संयुक्त आयुक्त को सप्ताह में कम से कम एक दिन मनीमाजरा कार्यालय में बैठने के आदेश दिए गए थे, लेकिन अधिकारी नियमित रूप से अनुपस्थित रहते हैं। उन्होंने कहा कि मनीमाजरा, जो चंडीगढ़ नगर निगम के लिए वर्षों से कमाई का बड़ा जरिया रहा है, आज अपनी मूलभूत समस्याओं से जूझ रहा है। उन्होंने याद दिलाया कि जब भी निगम को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ा, मनीमाजरा की भूमि बेचकर करोड़ों रुपये जुटाए गए। इसके बावजूद, यहां के निवासियों की समस्याएं लगातार उपेक्षा का शिकार हो रही हैं। मलकीत सिंह ने यह भी बताया कि मनीमाजरा कार्यालय में अधीक्षक की भी स्थायी तैनाती नहीं की गई है। उसे सेक्टर 17 स्थित मुख्यालय से जोड़ा गया है, जिससे कार्य प्रणाली और अधिक बाधित हो रही है। व्यापार मंडल ने अब यह मामला चंडीगढ़ प्रशासक के खुले दरबार में उठाने की योजना बनाई है।