जीएमसीएच-32 में अगस्त से शुरू होगा नया ट्रॉमा सेंटर
चंडीगढ़, 22 जून (ट्रिन्यू)
सरकारी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (जीएमसीएच), सेक्टर-32 में निर्माणाधीन 259 बिस्तरों वाले ट्रॉमा सेंटर का उद्घाटन अगस्त में प्रस्तावित है। यह अत्याधुनिक सुविधा आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं पर पड़ रहे दबाव को काफी हद तक कम करेगी और मरीजों को बेहतर इलाज की सुविधा मिलेगी। जीएमसीएच के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. जी.पी. थामी ने बताया कि भवन का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है और अब मेडिकल उपकरणों की स्थापना की जा रही है। अस्पताल प्रशासन ने ट्रॉमा सेंटर का उद्घाटन 2 अगस्त को प्रस्तावित 11वें दीक्षांत समारोह के साथ कराने का प्रस्ताव यूटी प्रशासन को भेजा है। समारोह के मुख्य अतिथि के नाम पर विचार चल रहा है।
कोविड के चलते हुई देरी, अब मिलेगी बड़ी सुविधा
यह परियोजना वर्ष 2019 में स्वीकृत हुई थी और इसे डेढ़ वर्ष में पूरा किया जाना था, लेकिन कोविड महामारी के चलते इसमें देरी हुई। मौजूदा इमरजेंसी ब्लॉक अपनी क्षमता से कहीं अधिक दबाव में कार्य कर रहा है, जिससे यह नया ट्रॉमा सेंटर आवश्यक हो गया था। प्रशासन को उम्मीद है कि नई सुविधा से भीड़ कम होगी और मौजूदा आपात क्षेत्र का उपयोग अन्य विभागों के लिए किया जा सकेगा। ट्रॉमा सेंटर के शुरू होने से चंडीगढ़ को पीजीआई के बाद दूसरा समर्पित ट्रॉमा सेंटर मिलेगा, जिससे पूरे क्षेत्र की आपात स्थितियों से निपटने की क्षमता में इजाफा होगा।
अब नहीं होगी इमरजेंसी में जगह की कमी
वर्तमान में जीएमसीएच में लगभग 150 ट्रॉमा और आपातकालीन बेड हैं, जो अक्सर चरम समय पर अपर्याप्त साबित होते हैं। कई बार मरीजों को स्ट्रेचर पर गलियारों में ही देखना पड़ता है। नया ट्रॉमा सेंटर इस स्थिति में बड़ा सुधार लाएगा और इलाज की गुणवत्ता व गति दोनों में सुधार होगा।
स्त्री रोग विभाग को मिलेगा विस्तार
ट्रॉमा सेवाओं को अलग करने की पहल स्वर्गीय डॉ. बी.एस. चावण के कार्यकाल में शुरू हुई थी। उन्होंने अस्पताल के विस्तार के लिए 52 करोड़ रुपये की मंजूरी दिलाई थी। ट्रॉमा सेंटर के चालू होने के बाद मुख्य भवन में जो जगह खाली होगी, वहां स्त्री रोग विभाग का विस्तार करने की योजना है, जहां लंबे समय से बेड की कमी बनी हुई है।
2 अगस्त को होगा दीक्षांत समारोह : जीएमसीएच का 11वां दीक्षांत समारोह अब 2 अगस्त को आयोजित होगा। यह कार्यक्रम पहले 2 मई को निर्धारित था, लेकिन भारत-पाक तनाव के चलते इसे स्थगित करना पड़ा। पहले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा को आमंत्रित किया गया था, बाद में राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल को मुख्य अतिथि के रूप में चुना गया। समारोह में चिकित्सा, नर्सिंग, पैरामेडिकल और संबद्ध क्षेत्रों के छात्रों को डिग्रियां प्रदान की जाएंगी।