ट्रेंडिंगमुख्य समाचारदेशविदेशखेलबिज़नेसचंडीगढ़हिमाचलपंजाबहरियाणाफीचरसंपादकीयआपकी रायटिप्पणी

PGIMER Chandigarh में हेड-नेक सर्जरी और स्लीप एपनिया पर राष्ट्रीय सम्मेलन संपन्न, नई तकनीकों पर हुई चर्चा

सम्मेलन के पहले दिन हेड-नेक सर्जरी में हो रहे अत्याधुनिक बदलावों पर हुई चर्चा
Advertisement

विवेक शर्मा

चंडीगढ़, 23 मार्च

Advertisement

पीजीआईएमईआर चंडीगढ़ में तीन दिवसीय तीसरा मिड-टर्म इंडियन एकेडमी ऑफ ओटोरहाइनोलॉजी एंड हेड-नेक सर्जरी (IAOHNS) सम्मेलन रविवार को शानदार समापन के साथ संपन्न हुआ। इस सम्मेलन में हेड-नेक सर्जरी और स्लीप एपनिया के क्षेत्र में हो रहे नए शोध, नवीनतम तकनीकों और उन्नत उपचार पद्धतियों पर विशेषज्ञों ने अपने विचार साझा किए।

नवाचार और ज्ञान का संगम

सम्मेलन की शुरुआत आयोजन अध्यक्ष प्रो. जयमंती बख्शी के स्वागत भाषण से हुई। IAOHNS के सचिव डॉ. पी. विजय कृष्णन ने इसे चिकित्सा जगत में एक बड़ी पहल बताया और कहा कि विशेषज्ञों और युवा डॉक्टरों के लिए सीखने और नवीनतम तकनीकों को समझने का यह एक शानदार मंच है।

रोबोटिक्स से लेकर कैंसर तक, हेड-नेक सर्जरी पर विशेषज्ञों की राय

सम्मेलन के पहले दिन हेड-नेक सर्जरी में हो रहे अत्याधुनिक बदलावों पर चर्चा हुई। ओरल कैंसर, रोबोटिक्स सर्जरी, थायरॉयड कैंसर और लार ग्रंथि के ट्यूमर से जुड़े मामलों पर विशेषज्ञों ने विचार-विमर्श किया। सर्जरी में रोबोटिक्स तकनीक के उपयोग को लेकर महत्वपूर्ण सत्र आयोजित किए गए, जिससे चिकित्सा क्षेत्र में आने वाले बदलावों पर रोशनी डाली गई।

स्लीप एपनिया- खर्राटों से कहीं बड़ा खतरा

दूसरे दिन स्लीप एपनिया पर विशेष सत्र आयोजित किया गया, जिसमें विशेषज्ञों ने ऑब्स्ट्रक्टिव स्लीप एपनिया (OSA) के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई। विशेषज्ञों ने पीएपी थेरेपी, ओरल एप्लायंसेज और नवीनतम सर्जिकल तकनीकों के जरिए इस बीमारी के उपचार पर जानकारी दी।

पीजीआईएमईआर निदेशक बोले- विभाग नई ऊंचाइयों पर

मुख्य अतिथि पीजीआईएमईआर के निदेशक प्रो. विवेक लाल ने कहा कि ओटोलरिंगोलॉजी और हेड-नेक सर्जरी विभाग लगातार नई ऊंचाइयों को छू रहा है। आने वाले वर्षों में इसकी स्लीप सेवाएं और विस्तारित होंगी, जिससे मरीजों को और बेहतर उपचार मिल सकेगा। विशिष्ट अतिथि पद्मश्री प्रो. मोहन कमेश्वरन ने भी विभाग की उपलब्धियों की सराहना करते हुए कहा कि पीजीआईएमईआर चिकित्सा क्षेत्र में देशभर में अग्रणी संस्थान बनकर उभरा है, जहां मरीजों को उच्च स्तरीय उपचार मिल रहा है।

डॉ. संदीप बंसल बोले- ‘मरीजों के लिए बड़ी उपलब्धि’

सम्मेलन के समापन पर आयोजन सचिव प्रो. संदीप बंसल ने कहा कि यह केवल ज्ञान के आदान-प्रदान तक सीमित नहीं रहा, बल्कि इसने हेड-नेक सर्जरी और स्लीप एपनिया के क्षेत्र में नई संभावनाओं को जन्म दिया है। विभाग में अब स्लीप सेवाओं का विस्तार किया जाएगा, जिससे मरीजों को उन्नत उपचार मिलेगा।

अंतिम दिन ‘रेजिडेंट क्विज’ बना आकर्षण

तीसरे और अंतिम दिन स्लीप एपनिया और हेड-नेक सर्जरी पर विशेषज्ञों के व्याख्यान हुए। इनमें ईएनटी विशेषज्ञों के अलावा पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ. शिवानी स्वामी, ओरल-मैक्सिलोफेशियल सर्जन प्रो. विद्या रत्तन और न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. आस्था टक्कर ने भाग लिया। कार्यक्रम का सबसे रोमांचक हिस्सा ‘रेजिडेंट क्विज’ रहा, जिसमें पीजीआईएमईआर के ओटोलरिंगोलॉजी और हेड-नेक सर्जरी विभाग के डॉ. संजीव कुमार और डॉ. कृष्णा ने शानदार प्रदर्शन कर विजेता का खिताब अपने नाम किया।

Advertisement
Tags :
Chandigarh NewsDainik Tribune newsHead-Neck SurgeryHindi NewsIAOHNSlatest newsPGIMER ChandigarhSleep Apneaदैनिक ट्रिब्यून न्यूजहिंदी न्यूज