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एमपीएचडब्ल्यू की हड़ताल से ठप हुआ डिजिटल हेल्थ सिस्टम

टीकाकरण, निक्षय, आशा पे एप सहित कई सेवाएं बंद हरियाणा में मल्टीपर्पज हेल्थ वर्कर (एमपीएचडब्ल्यू) कर्मचारियों की ऑनलाइन काम छोड़ हड़ताल से प्रदेश की डिजिटल स्वास्थ्य सेवाएं ठप हो गई हैं। 25 अक्तूबर से शुरू हुई इस हड़ताल का...
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टीकाकरण, निक्षय, आशा पे एप सहित कई सेवाएं बंद

हरियाणा में मल्टीपर्पज हेल्थ वर्कर (एमपीएचडब्ल्यू) कर्मचारियों की ऑनलाइन काम छोड़ हड़ताल से प्रदेश की डिजिटल स्वास्थ्य सेवाएं ठप हो गई हैं। 25 अक्तूबर से शुरू हुई इस हड़ताल का असर अब जमीनी स्तर पर दिखने लगा है। गर्भवती महिलाओं का रजिस्ट्रेशन रुक गया है, टीबी मरीजों की पोषण सहायता बंद है और करीब 20 हजार आशा वर्करों का भुगतान अटक गया है।

एमपीएचडब्ल्यू द्वारा अनमोल पोर्टल पर काम रोके जाने से आरसीएच नंबर जारी नहीं हो रहे, जिससे गर्भवती महिलाओं की अल्ट्रासाउंड जांच और स्वास्थ्य निगरानी प्रभावित हो रही है। हड़ताल के चलते यूवीन, निक्षय और अन्य सभी ऑनलाइन पोर्टल भी बंद हैं। यूवीन पोर्टल से बच्चों और गर्भवती महिलाओं के टीकाकरण की ट्रैकिंग होती थी, जबकि निक्षय पोर्टल के जरिए टीबी मरीजों को पोषण सहायता दी जाती थी।

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एमपीएचडब्ल्यू एसोसिएशन की अध्यक्ष शर्मिला देवी, उपप्रधान सुदेश और महासचिव सहदेव आर्य ने कहा कि जब तक सरकार उनकी मांगें नहीं मानती, तब तक ऑनलाइन कार्य का बहिष्कार जारी रहेगा। उन्होंने आरोप लगाया कि विभाग ने कर्मचारियों पर अनुचित डिजिटल बोझ डाल रखा है।

एसोसिएशन ने चेतावनी दी कि जब तक तकनीकी संसाधन और मानवबल उपलब्ध नहीं कराया जाता, तब तक आंदोलन तेज किया जाएगा। राज्य प्रेस सचिव संदीप कुंडू ने बताया कि प्रदेश की करीब 20 हजार आशा वर्करों का भुगतान रुक गया है, क्योंकि उनका काम एमपीएचडब्ल्यू द्वारा ऑनलाइन वेरिफाई किया जाता है।

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